हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अपनी एक क्लिप पर सफाई देते हुए कहा कि इस विवाद का उद्देश्य ‘हेट स्पीच सभा’ से ध्यान भटकाना है. AIMIM नेता ओवैसी ने कहा, “कानपुर में मेरे 45 मिनट के भाषण में से एक मिनट के क्लिप को प्रसारित किया जा रहा है. भाषण में मैं कानपुर में पुलिस अत्याचारों के बारे में बात कर रहा था. हमारी चुप्पी को सहमति न मानें.”
हरिद्वार में हाल ही में आयोजित तीन दिवसीय धार्मिक सम्मेलन में हिंदू नेताओं द्वारा कथित हेट स्पीच के भाषणों के बीच कई भाजपा नेताओं ने शुक्रवार को ओवैसी का यह वीडियो साझा किया. हरिद्वार में दिए भड़काऊ भाषणों के वीडियो गुरुवार को वायरल होने के बाद उत्तराखंड में एक एफआईआर दर्ज की गई है. विवाद बढ़ने पर ओवैसी ने अपना वीडियो पोस्ट पर पूरे मामले पर सफाई दी.
In order to distract from #HaridwarGenocidalMeet, a clipped 1 min video is being circulated from 45 min speech I gave in Kanpur. I’ll set the record straight:
1. I did not incite violence or give threats. I talked about POLICE ATROCITIES Here’s the full video in TWO PARTS [Cont] pic.twitter.com/buZWZmVNLa
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 24, 2021
हरिद्वार में हेट स्पीच के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सांसद ओवैसी उन नेताओं में से एक हैं जिन्होंने हरिद्वार के कथित भाषणों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आंदोलन किया था. एआईएमआईएम अध्यक्ष ने पार्टी के उत्तराखंड प्रमुख को हरिद्वार में हुई सभा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का निर्देश दिया था. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, “यह नरसंहार के लिए उकसाने का एक स्पष्ट मामला है. हमारी टीम ने आज इसे दर्ज करने का प्रयास किया, लेकिन रुड़की में अधिकारी अन्य व्यस्तताओं के कारण उपलब्ध नहीं थे. यदि सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो हम गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग करते हुए एक राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे. मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार और जातीय सफाई का आह्वान मुसलमानों तथा ईसाइयों के खिलाफ संघ परिवार द्वारा अमानवीय भाषण के 60 साल की परिणति है.” उन्होंने यह भी कहा कि इस आयोजन में अधिकांश वक्ता बार-बार क्राइम करने वाले अपराधी हैं और ‘सत्ता के साथ’ करीब हैं.
उनके ट्वीट के तुरंत सोशल मीडिया पर मामला गरम हो गया, इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं को उनके वीडियो का पता चला, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं पुलिस को बताना चाहता हूं. इसे याद रखें. योगी हमेशा के लिए मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे. मोदी हमेशा के लिए प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे. हम मुसलमान अभी चुप हैं, लेकिन याद रखना हम अन्याय को नहीं भूलेंगे. हम आपके अन्याय को याद रखेंगे. अल्लाह, अपनी शक्तियों से, आपको नष्ट कर देगा, इंशाअल्लाह. हम याद रखेंगे.”
ओवैसी बोले- तब आपको कौन बचाएगा
ओवैसी ने कहा, “जब योगी अपने मठ पर लौटेंगे जब पीएम मोदी पहाड़ों पर जाएंगे, तो आपको कौन बचाएगा?” इस पर भाजपा नेताओं ने सवाल किया कि क्या ओवैसी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जैसे हरिद्वार बैठक के मामले में की गई है, ओवैसी ने ट्वीट्स के जरिए कहा कि उन्होंने हिंसा नहीं भड़काई या कोई धमकी नहीं दी और वह केवल पुलिस अत्याचारों के बारे में बात कर रहे थे.
5. I said we’ll remember these police atrocities. Is this objectionable? Why is it offensive to remember how police have treated Muslims in UP? We cannot forget the oppression that was meted out to Anas, Suleiman, Asif, Faisal, Altaf, Akhlaq, Qasim, and hundreds of others? 4/n
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) December 24, 2021
ओवैसी ने ताबड़तोड़ कई ट्वीट किया और पूरे मामले पर सफाई देने की कोशिश की, उन्होंने कहा, “यह मेरे विश्वास का एक अनिवार्य हिस्सा है कि अल्लाह अन्याय की अनुमति नहीं देता है. वह अत्याचारियों को दंडित करता है. हमें फिरऔन का पाठ, नामरूद का पाठ, यजीद का पाठ पढ़ाया जाता है. लोगों को अल्लाह की ओर से न्याय की उम्मीद है. हमें याद है कि अल्लाह ज़ुल्मों के साथ है. मैंने कहा हम इन पुलिस अत्याचारों को याद रखेंगे. क्या यह आपत्तिजनक है? यह याद रखना आपत्तिजनक क्यों है कि पुलिस ने यूपी में मुसलमानों के साथ कैसा व्यवहार किया है? हम उस उत्पीड़न को नहीं भूल सकते जो अनस, सुलेमान, आसिफ, फैसल, अल्ताफ, अखलाक, कासिम और सैकड़ों अन्य लोगों के साथ हुआ है?” ओवैसी ने कहा, “मैंने पुलिस से पूछा: मोदी-योगी के रिटायर होने पर उन्हें बचाने के लिए कौन आएगा? वास्तव में, कौन करेगा? क्या उन्हें लगता है कि उनके पास आजीवन सुरक्षा (lifetime immunity) है.”