वाराणसी: बारिश के मौसम में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। नदी में पानी की मात्रा खतरे के निशान से ज्यादा दूर नहीं है। ऐसे में प्रशासन भी अलर्ट हो गया है और सुरक्षा के बढ़े इंतजाम भी देखे जा रहे हैं। मंगलवार सुबह से ही गंगा में पानी की बढ़ने लगी थी। यहां खतरे का निशान 70.262 मीटर पर है, इसक करीब पानी पहुंचने लगा है। हालांकि सोमवार के हिसाब से थोड़ी रफ्तार धीमी हुई है। काशी में स्थित प्रसिद्ध शीतला माता मंदिर में भी पानी प्रवेश कर गया है। जलस्तर बढ़ने से आऱती स्थल को बदलना पड़ गया।
मणिकर्णिका घाट पर शवों की लंबी लाइन भी देखी जा रही है क्योंकि घाट पर जलस्तर बढ़ जाने से शव जलाने में समय ज्यादा लग रहा है। पूरा घाट पानी में डूब गया है, आने वाले सभी शवों को छत पर जलाया जा रहा है। घाट के अतिरिक्त अब पानी रिहायशी इलाकों तक बढ़ने लगा है। इसके कारण चौबेपुर क्षेत्र में रहने वाले लोगों को खासा दिक्कत का सामना करना पड़ा रहा है।
स्थिति बिगड़ती देखकर जिला प्रशासन चौकन्ना हो गया। घाट पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। घाट चौकियों को भी सक्रिय कर दिया गया है। बाढ़ राहत कैंप बनाकर उसकी समय-समय पर अपडेट देने की बात कही गई है। इतना ही नहीं, कंट्रोल रूम के 24*7 एक्टिव रहने की बात कही गई है।
सभी राहत कैंप में जरूरत के सामन उपलब्ध करवाने से लेकर अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की बात कही गई है। राहत कैंप में रहने वाले लोगों के लिए साफ-सफाई से लेकर, चारपाई, पंखा, भोजन इत्यादि की व्यवस्था करने की बात प्रशासन की तरफ से कही गई। इतना ही नहीं, बच्चों के लिए दूध, केला और बिस्कुट जैसी जरूरत की चीजें भी मौके पर रहेंगी। कैंप में पीने का शुद्ध पानी, टॉयलेट और इलेक्ट्रिसिटी भी उपलब्ध करवाई जाएगी। साथ ही महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं।