गायत्री शक्तिपीठ अमेठी में आयोजित हुआ जन सम्पर्क अभियान
अमेठी। गायत्री शक्तिपीठ अमेठी पर शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में जन सम्पर्क अभियान के अन्तर्गत गायत्री परिवार के परिजनों के साथ संगोष्ठी कर परम पूज्य गुरुदेव पं० श्रीराम शर्मा जी आचार्य के युग निर्माण मिशन को गति देने के लिए चर्चा कर उन्हें क्रियान्वित करने की योजना बनाई ! शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधि टोलीनायक डी०पी० सिंह ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बताया कि वर्तमान में शांतिकुंज से 32 टोलियाँ देशभर में गायत्री परिवार के परिजनों का हाल-चाल लेने , उनका मनोबल बढाने तथा उनमें नई ऊर्जा भरने के लिए निकलीं हैं। वर्तमान समय में साहस दिखाने की जरूरत है और साहस व ऊर्जा हमें गायत्री मंत्र से प्राप्त होती है, गुरुदेव ने गायत्री मंत्र को सहज बनाया और घर-घर तक पहुँचाया। देश, समाज में सुख-शांति हेतु इसे जन-जन तक पहुंचाना हमारा आपका नैतिक दायित्व है और यही समय की आवश्यकता भी है। पूज्य गुरुदेव ने समय दान का आवाह्न किया है और आपके थोड़े से सहयोग के बदले उज्ज्वल भविष्य का वादा किया है।
श्री सिंह ने भारत के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति और सभ्यता इतनी समृद्ध रही है कि कई सारे आक्रमणों के बाद भी कोई इसे मिटा नहीं पाया। 1835 में लार्ड मैकाले ने पूरे भारत का भ्रमण करने के बाद ये रिपोर्ट दी कि पूरे हिंदुस्तान में कोई भी चोर, बेईमान या चरित्रहीन व्यक्ति नहीं है, इस देश के लोगों में अपने साहित्यिक मूल्यों से बेहद लगाव है और परस्पर सहयोग की भावना है, ऐसे में इस देश को अगर कमज़ोर करना है तो यहाँ कि शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करना होगा, इनमें कमतरी का भाव उत्पन्न करना होगा। अंग्रजों ने जो सभ्यता हमें दी वो है खाओ, पियो और मौज करो, जबकि हमारी सभ्यता और संस्कृति एक दूसरे का सहयोग करने की रही है।
वर्तमान में भले ही व्यक्तिगत समृद्धि बढ़ी हो, लेकिन सहयोग की भावना और संस्कृति के प्रति लगाव घटा है, ऐसे में गायत्री परिवार के परिजनों का दायित्व और ज़िम्मेदारी और बढ़ जाती है। उन्होंने सभी परिजनों का आवाहन किया कि कम से कम 5 घरों में गंगाजली एवं गायत्री माता की स्थापना करें इसे कराने का संकल्प भी दिलाया। उपजोन सुलतानपुर के प्रभारी कैलाश तिवारी ने लोगों का आवाह्न करते हुए हनुमान जी की तरह समर्पण के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन करने की प्रेरणा दी। इसके पूर्व गायत्री शक्तिपीठ अमेठी के संयोजक व जनपद अमेठी में जन सम्पर्क अभियान के समन्वयक डॉ० त्रिवेणी सिंह ने अमेठी में गायत्री परिवार द्वारा किये जा रहे कार्यों को विवरण सबके समक्ष रखा, जिसकी प्रशंसा टोली नायक डी०पी० सिंह ने की।
इस अवसर पर गायत्री परिवार अमेठी के सक्रिय सदस्यों और विशिष्ट भूमिका का निर्वहन कर रहे परिजन सुभाष द्विवेदी, राम शंकर पाठक, राधेश्याम तिवारी, टीपी सिंह, दिलीप सिंह, डॉ० चंद्रावती, विजय लक्ष्मी सिंह, डॉ० आर०पी० सिंह, डॉ० दीपक सिंह, मगन लाल कौशल, चिरौंजी लाल, अशोक मिश्र, सुधीर सिंह आदि को सम्मानित भी किया गया। अयोध्या जोन के प्रभारी जय सिंह वर्मा ने अपने संस्मरण सुनाते हुए लोगों को माँ गायत्री व परम पूज्य गुरुदेव के मिशन से जोड़ने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के शुरुआत में अन्तराष्ट्रीय तबला वादक शांतिकुंज के प्रतिनिधि दिलशेर यादव ने परिव्राजक इंद्रदेव के साथ युग धर्म निभाने को जो भी अकुलाता है, गीत सुनाकर उपस्थितजनों को युग धर्म निभाने के भाव से भर दिया। अंत में डॉ० त्रिवेणी सिंह ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना के इस कठिन काल में कहीं न कहीं लोगों में शिथिलता आ गई थी, लेकिन आज के कार्यक्रम ने हम सभी को ऊर्जा से भर दिया है और अब अमेठी गायत्री परिवार दोगुने जोश और उत्साह के साथ अमेठी में पूज्य गुरुदेव के कार्यक्रमों को विस्तार देगा। उन्होंने शांतिकुंज की टोली का आभार व्यक्त करते हुए नियमित अंतराल पर ऐसी गोष्ठी करते रहने का भी अनुरोध किया।