लखनऊ विश्वविद्यालय की लापरवाही, इतिहास की परीक्षा में दिए गए पर्शियन ग्रामर के अंक
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में बीए अंतिम सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम 18 सितंबर को जारी किए गए थे। विश्वविद्यालय की ओर से जारी परिणामों में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के विषय ही बदल गए। जिन छात्राओं ने इतिहास विषय लिया उनके परिणाम में इतिहास की जगह पर्शियन ग्रामर विषय चढ़ा दिया।
शिकायत करने के बाद जब विषय सही किया गया तो भी इतिहास की जगह गलत विषय वेस्टर्न वर्ल्ड अंकित कर दिया गया। जबकि यह विषय भी छात्रा ने लिया ही नहीं था। ये समस्या एक या दो छात्राओं के साथ नहीं बल्कि बीए की 44 की छात्राओं के साथ हुई है। छात्राओं को जैसे ही इसकी जानकारी मिली वे काफी परेशान हो गईं।
जानकारी अनुसार इनमें से कुछ छात्राएं ऐसी हैं। जिनके अन्य विषयों में नंबर 80 से 90 फीसद तक हैं। लेकिन गलत विषय में सिर्फ 14 अंक दिए गए हैं। जिसकी वजह से उत्कृष्ट अंकों के साथ उत्तीर्ण होने वाली छात्राओं की बैक लग गई है। जिससे छात्राओं की परेशानी और बढ़ गई है।
दो बार दर्ज हुए गलत विषय
आईटी में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा अंशिका श्रीवास्तव ने परीक्षा नियंत्रक से शिकायत की थी। अंशिका के अनुसार उसने परीक्षा के दौरान इतिहास विषय के तृतीय पेपर सोशियो कल्चर एण्ड इकोनॉमिक्स हिस्ट्री ऑफ इंडिया का प्रश्न पत्र हल किया था। लेकिन जब मार्कशीट देखी तो उसमें पर्शियन ग्रामर विषय अंकित था। जिसमें सिर्फ 14 अंक दिए थे। शिकायत के बाद विवि प्रबंधन की ओर से कहा गया कि गलती सुधार दी है। लेकिन इस बार चुने गए विषय पर्शियन ग्रामर को हटा दोबारा गलती करते हुए वेस्टर्न वर्ल्ड विषय अंकित कर दिया।
प्रशासन पक्ष ने कहा नहीं खराब होगा साल
परीक्षा नियंत्रक प्रो. एएम सक्सेना ने जांच कराई। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि छात्र-छात्राओं में ओएमआर शीट में प्रश्न पत्र का कोड गलत अंकित किया है। उन्होंने कहा कि सभी शिकायतों का तत्काल समाधान किया जा रहा है। अंशिका नाम की छात्रा ने गलत कोड भरा था। उसके अंक सही कर दिए हैं।