लखनऊ: अयोध्या में राम मंदिर के भव्य निर्माण के साथ चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग के निर्माण की प्रक्रिया पर भी कार्य किया जा रहा है। इसका डीपीआर अगस्त के अंत तक बनाकर देने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे परिक्रमा मार्ग का निर्माण जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।
डिप्टी सीएम ने की समीक्षा बैठक
ये बातें उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अयोध्या की चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग की समीक्षा बैठक के बाद कहीं। लोक निर्माण विभाग में आयोजित इस समीक्षा बैठक में सांसद, विधायक, गोंडा, बस्ती, अंबेडरकरनगर और अयोध्या के डीएम-डीएफओ व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि, 84 कोसी परिक्रमा मार्ग (275 किमी. लंबे) का संरेखण 45 मी. चौड़ा होगा व यह मार्ग 04 लेन होगा। मार्ग पर पड़ने वाले प्रमुख धार्मिक, सांस्कृतिक, पौराणिक व पर्यटन के स्थलों की झांकी दर्शायी जाएगी। साथ ही मार्ग के आस-पास पड़ने वाले पौराणिक व धार्मिक स्थलों को लिंक मार्ग से जोड़ा जाएगा।
पांच जिलों में बनाए जाएंगे नोडल अधिकारी
उप मुख्यमंत्री मौर्य ने बताया कि, 84 कोसी परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले पांच जिलों (अयोध्या, अंबेडकरनगर, गोंडा, बाराबंकी व बस्ती) में जिलास्तर से 1-1 नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह हाल्ट भी बनाए जाएंगे और पर्यटन, रोजगार व व्यापार के द्वार खुलेंगे।
आपको बता दें कि अयोध्या का 84 कोसी परिक्रमा मार्ग चार लेन का राष्ट्रीय राजमार्ग होगा। अब इसके लिए 30 मीटर के बजाए 45 मीटर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सहमति दे दी है।