कानपुरः उत्तर प्रदेश के कानपुर में हो रहे धर्मांतरण का मुद्दा अब तेजी से तूल पकड़ता दिखाई दे रही है। एक ओर आरोपियों को पीटने वालों पर कार्रवाई के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम चल रही है, तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता घटना का वीडियो शेयर कर इस कृत्य को शर्मनाक बता रहे हैं।
सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्रवाई पर सावालिया निशान खड़े करते हुए बताया जा रहा है कि पहले पुलिस के सामने आरोपी की पिटाई की गई, फिर पुलिस ने जैसे-तैसे तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। लेकिन पुलिस को हिंदूवादी संगठनों के दबाव में आकर छोड़ने का आश्वासन देना पड़ा।
बजरंग दल के तीन कार्यकर्ता गिरफ्तार
बता दें कि गुरुवार शाम पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपी, जो बजरंग दल के कार्यकर्ता थे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सूचना मिलने पर बजरंग दल कार्यकर्ता, हिंदू युवा वाहिनी और दुर्गा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने डीसीपी दक्षिण के कार्यालय का घेराव किया।
कार्यालय के बाहर पढ़ी हनुमान चालीसा
डीसीपी कार्यालय के बाहर घेराव करते हुए कार्यकर्ताओं ने हनुमान चालीसा का पाठ किया और जय श्रीराम के नारे लगाए। रात करीब 1 बजे तक कार्यकर्ता डीसीपी कार्यालय को घेरे हुए थे। जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार हुए तीन कार्यकर्ताओं को छोड़ने का आश्वासन दिया। तब कार्यकर्ताओं ने डीसीपी कार्यालय को छोड़कर वापस लौटे।
वहीं, संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि हिंदू हिता को हनन हम बर्दाशत नहीं करेंगे। पुलिस अगर इस मामले में आरोपियों पर पहले ही कार्रवाई की होती तो भीड़ को कानून हाथ में नहीं लेना पड़ता। वहीं, पुलिस अधिकारी हर सवाल पर नियामनुसार कार्रवाई का आश्वासन देते नजर आए।