लखीमपुर हिंसा: पुलिस हिरासत में प्रियंका की सफाईगिरी, गेस्ट हाउस में झाड़ू लगाती नज़र आईं, देखें वीडियो
लखीमपुर हिंसा पर मचे बवाल के बीच किसानों से मिलने रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और हरियाणा से राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को सीतापुर में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। आरोप है कि इस दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की भी हुई। इस पर पुलिसवालों पर प्रियंका का गुस्सा भड़क उठा। उन्होंने पुलिस अफसरों पर बदसलूकी का आरोप लगाते हुए उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई लेकिन हिरासत में लिए जाने के बाद प्रियंका गांधी को सीतापुर के जिस PAC बटालियन के गेस्टहाउस में रखा गया वहां उनकी सफाईगिरी सामने आई। प्रियंका गेस्ट हाउस के कमरे में अपने हाथों से झाड़ू लगाती नज़र आईं। 42 सेकेंड का ये वीडियो कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से हैशटैग लखीमपुर, हैशटैग किसान और हैशटैग लखीमपुर खीरी के साथ ट्वीट किया गया है। इसके साथ ही पार्टी की ओर से लिखा गया है-संघर्ष की तस्वीर….सीतापुर के इसी गेस्टहाउस में श्रीमती प्रियंका गांधी को हिरासत में रखा गया है।
संघर्ष की तस्वीर….
सीतापुर के इसी गेस्टहाउस में श्रीमती प्रियंका गांधी को हिरासत में रखा गया है।#Lakhimpur#किसान #lakhimpurkhiri pic.twitter.com/pWLNgItMsx— INC TV (@INC_Television) October 4, 2021
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में लेने के लिए कल पूरी रात पुलिस हाथ-पांव मारती रही। पहले उन्हें लखनऊ में रोकने की कोशिश की गई लेकिन वह वहां से निकल गईं। इस दौरान प्रियंका कुछ दूरी तक पैदल भी चलीं। तड़के चार बजे उन्हें और सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद उन्हें एक गेस्ट हाउस में रखा गया जहां वह झाड़ू लगाती नजर आईं। उधर, प्रियंका को हिरासत में लिए जाने पर उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की यूपी में सरकार है तो इसका ये मतलब कतई नहीं कि वे जो चाहेंगे करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रियंका यदि पीड़ित परिवारों से मिलने गई हैं तो जरूर मिलेंगी। उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड में जिसकी भी गलती है उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए। मौत चाहे किसी की हो वो दु:खद है। सरकार को पीड़ितों की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी सफाई
उधर, इस मामले में अपने बेटे के खिलाफ लग रहे आरोपों की सफाई देने के लिए केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा ने एक प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि अराजकता फैलाने वाले कतई किसान नहीं है। 99 प्रतिशत किसान नए कृषि कानूनों के पक्ष में हैं। उन्होंने दावा कि घटनास्थल पर उनके बेटे आशीष मिश्रा नहीं थे। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों के बीच मौजूद कुछ अराजक तत्वों ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को पीट-पीटकर मार डाला। बेटे के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने का उल्लेख किए जाने और गिरफ्तारी की संभावना पर उन्होंने कहा कि किसी के कहने से कुछ नहीं होता, जिन्होंने एफआईआर दर्ज की है उन्हें भी पता है कि आशीष वहां थे ही नहीं।