अखिलेश यादव की चार हजार करोड़ रुपये लूटने की थी योजना : मनीष शुक्ला
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश के जिस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का मंगलवार को उद्घाटन कर रहे हैं, उस पर सियासत तेज हो गयी है। 341 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर जितना फर्राटा भरते हुए वाहन दौड़ाए जा सकते हैं, उतनी ही तेजी से अखिलेश यादव समेत उनकी पूरी टीम उसे अपनी सरकार की उपलब्धि बताने में जुट गये हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी अखिलेश पर चौतरफा हमला बोल रही है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि अखिलेश यादव की इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के बहाने पर हजारों करोड़ रुपये की लूट की योजना थी। वह सफल नहीं हुई इसलिए वह विचलित हैं।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि अखिलेश यादव की बेचैनी लाजिमी है। उनका लूट ही मूल मंत्र है। भाजपा की योगी सरकार भ्रष्टाचार से लेकर कानून व्यवस्था के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम कर रही है। अखिलेश यादव की सरकार में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर 15 हजार करोड़ खर्च का प्रस्ताव था। 2017 में भाजपा की योगी सरकार बनने के बाद इस प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को पुन: तैयार किया। नये प्रस्ताव में एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर करीब 11 हजार करोड़ रुपये निर्धारित किया गया। इतने कम समय में 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का निर्माण और प्रधानमंत्री द्वारा आज उद्घाटन किये जाने से पूर्वमुख्यमंत्री अखिलेश यादव की बेचैनी बढ़ गयी है।
उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने लूट का जो सपना देखा था, उत्तर प्रदेश की जनता ने पूरा होने नहीं दिया। प्रदेश की जनता उनके पांच साल के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार को देखा था। इसीलिए 2017 में भाजपा को सेवा करने का मौका दिया। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने विकास, सेवा, कानून व्यवस्था, भ्रष्टाचार पर चोट के मामले में कीर्तिमान रचा है। इसकी सराहना हर तरफ हो रही है। प्रदेश की जनता का एक बार फिर उन्हें 2022 में आशीर्वाद मिलेगा और भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार बनेगी।