उत्तर प्रदेशलखनऊ

लखनऊ यूनिवर्सिटी में लड़कियों ने मारी बाजी, 168 में से जीते 122 मेडल

उत्तर प्रदेश की लखनऊ यूनिवर्सिटी ने पदक हासिल करने वाले छात्रों की लिस्ट घोषित कर दी है. इस लिस्ट के अनुसार इस बार लड़कियों ने लगभग 73% पदक हासिल किए हैं. लड़कियों ने न केवल ज्यादा मेडल जीते हैं बल्कि लड़कों के मुकाबले गोल्ड मेडल भी ज्यादा लड़कियों ने ही जीते हैं. यूनिवर्सिटी ने 26 नवंबर को हुए दीक्षांत समारोह में 15 मेडल दिए थे, वहीं शेष 168 मेडल विभाग स्तर पर मेधावी छात्रों को दिए जाएंगे. हाल ही में जारी अंतिम सूची के अनुसार, 168 मेडलों में से 122 लड़कियों ने और बाकी 46 लड़कों ने हासिल किए हैं.

M.SC (गणित) की लवी शुक्ला ने सबसे ज्यादा 13 गोल्ड मेडल जीतकर पहला नंबर प्राप्त किया है. MA की छात्रा सान्या गुप्ता और LLB (3 वर्ष) के अभय द्विवेदी ने संयुक्त रूप से सात-सात पदक के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है. M.SC (फिजिक्स) की छात्रा सारिका श्रीवास्तव ने छह पदक जीते हैं.

कई छात्रों को मिले हैं कई पदक

छात्रों को स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर अपने संबंधित विभागों और फैक्लिटी में उच्चतम अंक प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया है. कुछ छात्रों को कई पदक मिले हैं क्योंकि पूर्व छात्रों, शिक्षकों और उनके संबंधित विभागों के अधिकारियों के नाम पर कई पदक बने हैं.

‘पदक देश के विकास का प्रतिबिंब हैं’

सभी विजेताओं ने कहा कि पदक देश के विकास का प्रतिबिंब हैं. M.SC की लवी शुक्ला ने इस दौरान कहा कि ‘मैं लड़कियों की शिक्षा के लिए कुछ करना चाहती हूं. मैं एक सिविल सेवक बनने की ख्वाहिश रखती हूं और शिक्षा क्षेत्र की सेवा करना मेरा सपना है. वहीं LLB से पदक विजेता अभय ने कहा, ‘मैं साइबर सुरक्षा कानून में अपना करियर बनाना चाहता हूं ताकि लोगों को जागरूक कर सकूं और अपने देश को साइबर खतरों से बचा सकूं.

हमारे देश में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं जिन्हें पर्यटकों के आकर्षण में बदलने के लिए बहाली और प्रचार की आवश्यकता है. इसके लिए शोधकर्ताओं को संरक्षण सुनिश्चित करने की जरूरत है. मैं एक पुरातत्वविद् बनना चाहती हूं ताकि मैं अपने देश के विरासत स्थलों को बचा सकूं और दुनिया के सभी हिस्सों से पर्यटकों को आकर्षित कर सकूं.वहीं सारिका की इच्छा भौतिक विज्ञानी बनने और देश के विकास के लिए विज्ञान का उपयोग करने की है.

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