मनीष गुप्ता मामले में SIT की टीम गोरखपुर पहुंची, होटल में सीन रिक्रिएट किया गया
गोरखपुर में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए कानपुर से एसआईटी (SIT) शाम 4 बजे गोरखपुर पहुंची है. साढ़े 5 से भी अधिक समय तक टीम ने बहुत ही बारीकी से साक्ष्यों का संकलन किया है. टीम ने पहले फ्लोर पर कमरा नंबर 512 में पहुंची यहां पर एसआईटी के साथ मौजूद फॉरेंसिक टीम ने केमिकल और अन्य इंस्ट्रूमेंट के साथ साक्ष्यों को जुटाया. टीम ने जहां खून के धब्बों को उभार कर उसकी फोटो और वीडियोग्राफी कराई तो वहीं, फिंगरप्रिंट की तस्वीरों का भी संकलन किया है. 5 घंटे से अधिक समय तक होटल में रुकी टीम ने होटल के तीसरे तल पर स्थित कमरा नंबर 512 में रीक्रिएशन भी किया. इस दौरान कानपुर से आए कानपुर से गोरखपुर पहुंचे एसीपी और विशेष जांच दल (एसआईटी) के चीफ आफीसर एसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि स्वच्छ, निष्पक्ष और पादरक्षी जांच ही उनका लक्ष्य है.
कई अहम सबूत जुटाए
गोरखपुर के रामगढ़ताल थानाक्षेत्र के देवरिया बाईपास रोड पर स्थित कृष्णा पैलेस होटल में शनिवार की शाम 4 बजे कानपुर से गोरखपुर पहुंचे एसीपी और विशेष जांच दल (एसआईटी) पहुंची. टीम के चीफ आफीसर एसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि, उनकी टीम जांच के लिए कानपुर से गोरखपुर पहुंची है. यहां पर सबसे महत्वपूर्ण स्थान होटल जो घटनास्थल है. हमारी टीम ने वैज्ञानिक ढंग से कमरे और कमरे के बाहर वैज्ञानिक ढंग से परीक्षण किया है. पिछले 5-6 घंटे से उनकी टीम और फोरेंसिक टीम ने कमरे के भीतर और बाहर, लिफ्ट-सीढि़यों में जांच की है. ये जांच आगे भी कुछ दिनों तक चलेगी. उनकी कोशिश होगी कि एक स्वच्छ, निष्पक्ष और पारदर्शी जांच हो और एक बेहतर जांच करके जो कुछ भी न्याय संगत है, वो शासन की मंशा के अनुसार न्याय संगत किया जाए. सभी बिंदुओं पर जांच होगी. वे सभी बिंदुओं पर जांच करेंगे. सीन रि-क्रिएशन के साथ वैज्ञानिक पद्धति से जांच करेंगे.
सीन को किया रि-क्रिएट
टीम ने रि-क्रिएशन कर यह देखने की कोशिश की, किन परिस्थितियों में मनीष गुप्ता की मौत हुई. उनकी हत्या की गई तो किन परिस्थितियों में और कैसे हुई और इसके अलावा वे दुर्घटना का शिकार हुए तो किन परिस्थितियों में हुए. सभी सीन को रीक्रिएट कर टीम ने साक्ष्य भी जुटाए. इसके बाद होटल के कमरे के उस कमरे के बाहर की गैलरी जहां मनीष गुप्ता और उनके दोस्त रुके थे. वहां की भी बारीकी से जांच पड़ताल की गई. टीम ने हर कल की चढ़ने वाली सीढ़ियों से भी साक्ष्य संकलन किया और इसके अलावा लिफ्ट और बाहर से आने वाले रिसेप्शन के बाहर लगे शीशे के दरवाजे पर भी केमिकल लगाकर साक्ष्य जुटाए.
होटल मालिक और कर्मचारियों से की गई पूछताछ
एसआईटी ने यहां के मालिक और कर्मचारियों से गहनता के साथ पूछताछ कर हर एंगल से संतुष्ट होने की कोशिश की है. कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में कानपुर एसआईटी गोरखपुर पहुंच चुकी है. टीम गोरखपुर पहुंची है और यहां पर रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के कृष्णा पैलेस होटल के कमरा नंबर 512 में सीन रीक्रिएशन चल रहा है. यहां पर टीम होटल के मालिक सुभाष शुक्ला और कर्मचारियों से बातचीत की.
जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया
एसआइटी (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) के अध्यक्ष अपर पुलिस आयुक्त कानपुर आनंद प्रकाश तिवारी के नेतृत्व गोरखपुर पहुंची है. टीम की सदस्य डीसीपी दक्षिण रवीना त्यागी, एडिशनल डीसीपी पश्चिम बृजेश कुमार श्रीवास्तव भी साथ में हैं. फोरेंसिक टीम के साथ घटनास्थल होटल कृष्णा पैलेस पहुंची टीम ने कमरा नंबर 512 खुलवाया और उसमें छानबीन कर रही है. होटल के इसी कमरे में दोस्तों के साथ मनीष गुप्ता ठहरे थे. मनीष हत्याकांड की जांच के लिए कानपुर के पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने एसआइटी का गठन किया था.