बिलग्राम (हरदोई)। जब जब संकट में आए भक्तगण तो भोलेनाथ की कृपा से संकट टलता गया। जिसने हृदय से मांगी मनौती तो उसकी मनोकामना पूर्ण होती गई। इसके साथ ही नगर स्थित कोतवाली के दक्षिण दिशा के घने जंगलों से आम जन मानस की मंशा पूरी करने वाले बाबा भोलेनाथ के रूप में इस मंदिर को बाबा मंशानाथ जी के नाम से विख्यात हुए। जिनकी चर्चा देश विदेश के साथ नगर व आसपास के क्षेत्र में जगजाहिर है।
बताया जाता है कि पूर्व में बिलग्राम के एक तहसीलदार व थानेदार जब यहां कोतवाली नहीं थी तो उनका स्मरण अभी भी जन जन की जुबान पर है। और जंगलों के बीच मे स्थापित न जाने कब का शिवलिंग जब लोगों ने मंदिर निर्माण के लिए खोदवाने का प्रयास किया तो जमीन से स्वतः कई फिट ऊंचा शिवलिंग अपने आप होता चला गया।
साथ ही शिवलिंग में त्रिशूल की आकृति का उभरना अपने आप में दैवीय चमत्कार के साथ ऐसी ही काफी आध्यात्मिक और मनोकामनाओं को पूर्ण करने की निराली मनोवांछित कल्याणकारी मनोकामनाओं से परिपूर्ण है।
बिलग्राम के बाबा मंशानाथ जी की महिमा जहां पूरे वर्ष भक्तजनों का पूजन अर्चन होता रहता है। श्रावण मास में यहां पूजन अर्चन के साथ विशेष महत्व है। लेकिन इस बार कोविड 19 के चलते आम जनता के लिए पूजन को प्रशासन ने रोक दिया है। केवल पुजारी ही पूजन अर्चन कर रहे हैं।