28 सितंबर 2024 में इज़राइल और हिज़बुल्लाह के बीच तनावपूर्ण संघर्ष और बढ़ गया है। 27 सितंबर को इज़राइल के हवाई हमले में हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत हुई, जिसके बाद लेबनान में जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिली। इस हमले के जवाब में हिज़बुल्लाह ने इज़राइल पर रॉकेट दागे, जबकि इज़राइल ने भी हिज़बुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया। इसके चलते दोनों पक्षों में सैकड़ों लोग मारे गए हैं। इज़राइल ने अमेरिका से ईरान के संभावित जवाबी हमले को रोकने में मदद मांगी है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय संघर्षविराम की अपील कर रहा है।
इस समय, इज़राइल और लेबनान की सीमाओं पर तनाव बना हुआ है, और क्षेत्रीय स्थिरता पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। हिज़बुल्लाह के समर्थकों में हसन नसरल्लाह की मौत के बाद गहरा शोक है, और लेबनान में तीन दिन का शोक घोषित किया गया है। इस संघर्ष के और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, खासकर ईरान और अन्य गुटों के इसमें शामिल होने की संभावना के कारण।
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस स्थिति पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जबकि अमेरिका ने भी कूटनीतिक समाधान की आवश्यकता पर बल दिया है। दोनों पक्षों से शांति की अपील की जा रही है, लेकिन इस समय स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है।
क्षेत्र में कई लोग और संगठन संघर्षविराम की मांग कर रहे हैं ताकि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और संघर्ष का और विस्तार न हो।