उत्तर प्रदेशलखनऊ

‘ऋषि का सद्ज्ञान व्यक्ति को नर से नारायण बना सकता है’’: उमानंद शर्मा

  • गायत्री ज्ञान मंदिर का ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत में 388वाँ युगऋषि ऋषि वाङ्मय की स्थापना

लखनऊ। गायत्री ज्ञान मंदिर इंदिरा नगर, लखनऊ के विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत ‘‘वृन्दावन पब्लिक स्कूल, बिरूरा गाँव, निकट वृन्दावन कालोनी, लखनऊ‘‘ के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 388वाँ ऋषि वांड़मय की स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

उपरोक्त साहित्य गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट की सक्रीय कार्यकर्ता श्री हंस कुमार ने अपने पूर्वजों की स्मृति में स्मृति में तथा उमानंद शर्मा जी ने छात्र-छात्राओं एवं संकाय सदस्यों को अखण्ड ज्योति पत्रिका भेंट की।

इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ‘‘ऋषि का सद्ज्ञान व्यक्ति को नर से नारायण बना सकता है’’ विभूतिवान प्रतिभाओं को इस क्षेत्र में सक्रीय भूमिका निभानी चाहिये। इस अवसर पर संस्थान के मार्गदर्शक शिव मंगल यादव, प्रबन्धक श्री नीरज यादव, श्रीमती उषा सिंह, ने अपने विचार रखे। प्रधानाचार्या श्रीमती नेहा निगम ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

इस अवसर पर श्री उमानंद शर्मा, श्रीमती ऊषा सिंह, शिवम, एवं संस्था के मार्गदर्शक श्री शिवमंगल यादव, प्रबन्धक श्री नीरज यादव, प्रधानाचार्या श्रीमती नेहा निगम, उपप्रधानाचार्या श्रीमती पल्लवी सिंह एवं विज्ञान शिक्षिका श्रीमती ज्योति शर्मा, सहित छात्र-छात्रायें, शिक्षक-शिक्षिकायें मौजूद थे।

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