सपा की परिवर्तन यात्रा में पूर्व विधायक के बिगड़े बोल, अफसरों पर आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल
अलीगढ़ में देर रात तक चली समाजवादी पार्टी की परिवर्तन यात्रामें आये अबू आसिम आजमी ने कहा कि, हम इसलिए आए हुए हैं कि, जो लोग इस देश के संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं, अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है. किसान परेशान है, 9 महीने से उसकी बात नहीं सुनी जा रही है. महंगाई आसमान पर जा रही है. लाशें गंगा जमुना में बह रही हैं. दवाई नहीं है, ऐसे लोग उत्तर प्रदेश को भारतवर्ष को बर्बाद कर रहे हैं. हम सब लोगों को इन्हें हटाना है.
लखीमपुर खीरी में जो किसानों की मौत हुई है, बहुत अफसोस की बात है. यह किसान विरोधी लोग हैं. वह भी गृह राज्य मंत्री के लड़के ने यह काम किया है. मैं समझता हूं कि तुरंत उनसे इस्तीफा लेना चाहिए और उस लड़के को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. अहंकार और घमंड है. वह देख रहा है कि, सरकार है तो पुलिस को मारा जा रहा है. कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो रही है, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. सपा इस बार जरूर गठबंधन करेगी छोटी पार्टियों से लेकिन जो लोग अपनी हैसियत के मुताबिक बात करेंगे तो उनसे जरूर गठबंधन होगा.
पूर्व विधायक के बिगड़े बोल
दूसरी तरफ, अबू आजमी की सभा में समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जमीर उल्लाह खान के बिगड़े बोल भी सुनाई दिए. जमीर उल्लाह खान ने कहा, अबू आसिम साहब को 25 साल से देख रहा हूं मुंबई में, शुरू में इनके ऊपर जो जुल्म हुए आप सोच नहीं सकते. उनको चलती फिरती टाडा कहा जाता था. आजमगढ़ से चलकर मुंबई में गरीबों की लड़ाई लड़ी. उसी चीज को देखते हुए मैंने अबू आसिम साहब से कहा और दिल में यह ख्याल आया कि क्यों ना उस आदमी को बुलाया जाए जो वाकई इस देश का शेर है. जो गरीबों की लड़ाई लड़ता है. आसिम साहब आप अपनी पर आ जाएं तो लोगों को राज्यसभा दिला सकते हैं. हम आपसे कोई विकास का काम नहीं मागते हैं, हम आपसे यह नहीं कहेंगे कि नल दे दो, हम कुएं से पानी निकाल लेंगे.
हम सड़क नहीं मांगेंगे आपसे, लेकिन खुदा की कसम इस चार साल में जो जुल्म हुए हैं उसका हिसाब वादा करके जाइए कि, हम लेंगे और जिस जिस लोगों ने जुल्म किया है अलीगढ़ की धरती पर, बेगुनाहों के ऊपर जो जुल्म किया है, उनके नाम लिख लिए गए हैं. वह वक्त दूर नहीं आपका छोटा सा बच्चा हूं और इसी समाजवादी पार्टी में जब मैं विधायक था और सरकार थी तो हैसियत नहीं थी. यहां के डीएम की ऊंची आवाज में बात कर जाए, एक दफा कर गया था तो वह उत्तर प्रदेश में रहा नहीं. उसे बाहर फेंक दिया गया. तो मैं यह कहना चाहता हूं कि, आज हम पर बहुत जुल्म हो रहे हैं. गरीब बच्चों को जेलों में डाला जा रहा है.
अधिकारियों को भला बुरा कहा
अबू आसिम साहब छोटी छोटी बेटियों के साथ यह कहा जाता है उसे उनको ले जाओ ढाई लाख रुपए का इनाम देंगे. अलीगढ़ का नाम बदलने की कोशिश की जा रही है. हमने सोच लिया है कि जिस दिन हमारी सरकार आ जाएगी बेटा तेरे बाप का नाम ना बदला तब कहना. हमारे पास जो प्रस्ताव पास किया है उनका डिटेल है. अलीगढ़ का नाम बदलने के लिए. जिस दिन सरकार बनेगी दूसरे दिन उसके बाप का नाम बदला जाएगा और बाप का नाम भी ऐसा बदला जाएगा कि उसको शर्म आएगी. मैं कहना चाहता हूं कि यह कोई पब्लिक नहीं है. मैं आपके वर्कर हैं. यह बटेंगे नहीं कट जाएंगे. हमारी बहनें भी बदला लेने के लिए तैयार खड़ी हैं. बहुत बर्दाश्त कर लिया बहुत बर्दाश्त किया है हमने, और मैं अधिकारियों से कहना चाहता हूं जल्दी से पतली गली से निकल जाओ नहीं तो 4 महीने बाद निकाले जाओगे.