जौनपुर में ऐतिहासिक सीता श्रृंगार मेले की सजी दुकानें, लोगों में दिखा उत्साह

जौनपुर। जौनपुर जिले के शाहगंज के चूड़ी मोहल्ले में आज शनिवार से ऐतिहासिक सीता श्रृंगार मेला (चूड़ी मेला) प्रारम्भ हो गया । यह मेला सप्ताह भर यानी 18 अक्टूबर शनिवार तक चलेगा। मेले का आयोजन श्री रामलीला समिति करती है, पुरुषों का प्रयोग प्रवेश पूर्ण रूप से वर्जित रहता है, केवल महिलाएं ही जाती हैं।
रामलीला समिति के प्रमुख इंदु नाथ पांडेय उर्फ बैजू महाराज ने बताया कि 186 वर्ष पूर्व उनके परदादा स्वर्गीय पंडित अनंतराम ने रामनगर की रामलीला की तर्ज पर यहां भी रामलीला व चूड़ी मेला की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि लंका पर विजय के बाद जब प्रभु श्री राम, भाई लक्ष्मण और सीता के साथ अयोध्या पहुंचे, उसके बाद माता सीता ने अपनी सहेलियों के संग श्रृंगार हाट पहुंचकर खरीदारी की थी, यह मेला उसी की याद दिलाता है।
उन्होंने बताया कि मेलें में बनारस, मऊ, आजमगढ़, फिरोजाबाद, जौनपुर, सुल्तानपुर, लखनऊ, कानपुर आदि नगरों समेत स्थानीय दुकानदार स्टाल लगाते हैं। जहां श्रृंगार के सामान समेत खाने पीने व घरेलू सामग्रियों की बिक्री की जाती है। प्रसिद्ध दुकानदार अपने सामान के साथ आते हैं। स्थानीय समेत क्षेत्र के गांव की महिलायें मेले का साल भर इन्तजार करती हैं। समिति द्वारा माइक से एनाउंस होने बाद पहले दिन ही भीड़ बढ़ जाती है। मेले में सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यापक व्यवस्था रहती है।
बैजू महाराज ने कहा कि इस मेले में अधिकांश दुकानें मुस्लिम परिवारों द्वारा लगाई जाती है। उन्होंने कहा कि मेले के आयोजन में वाराणसी के हाजी मोहम्मद असलम, हाजी बाबू मोहम्मद, मोहम्मद रिजवान व रहमत अली का परिवार पीढ़ियों से चुड़ी व सिंगार के अन्य सामानों की दुकान लगाते चले आ रहे है। ये व्यापारी कहते हैं कि मेले में हमारा व्यापार के साथ ही आत्मिक लगाव है, इसके साथ ही आजमगढ़ सुल्तानपुर से भी व्यवसाय दुकान लगाने आते हैं, एक-दो दुकानदार फिरोजाबाद से भी अपनी दुकान लगाने के लिए यहां आते हैं। उन्होंने कहा कि चूड़ी मेले में लगभग 50 लाख से अधिक का व्यापक कारोबार होता है।