गोरखपुर

पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा ऑटोमोबाइल कैरियर यान का निर्माण।

गोरखपुर 27 दिसम्बर: यांत्रिक कारखाना,पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर द्वारा आई.सी.एफ. कोच को प्रथम एन.एम.जी.एच.एस. यान (ऑटोमोबाइल कैरियर) में परिवर्तित कर ऑटोमोबाइल कैरियर यान का निर्माण सफलतापूर्वक किया गया है। इस कोच को सेवानिवृत्त होने वाले वरिष्ठ रेलकर्मी फरहत महमूद ने वरिष्ठ रेल अधिकारियों की उपस्थिति में यांत्रिक कारखाना से हरी झण्डी दिखाई ।
रेलवे बोर्ड द्वारा आवंटित आई.सी.एफ. कोच को एन.एम.जी.एच.एस. यान (ऑटोमोबाइल कैरियर) में परिवर्तन के लक्ष्य के अन्तर्गत इस यान का निर्माण किया गया है। यह एन.एम.जी.एच.एस. यान पुराने एन.एम.जी. यान के मुकाबले ज्यादा भार वहन क्षमता के साथ तेज गति से चलने में सक्षम है। पहले बनाये गये एन.एम.जी. यान 75 किमी. प्रति घंटा की गति हेतु फिट थे, परन्तु वर्तमान में निकाले जा रहे एन.एम.जी.एच.एस. यान अधिक भार वहन करने की क्षमता के साथ 110 किमी. प्रति घंटा से चलने हेतु फिट हैं। इस यान में रिफ्लेक्टर लाइट, छत में नेचुरल पाइल लाइट का प्रावधान एवं खिड़कियाँ लोअर शटर अरेंजमेंट से युक्त है, जिससे यान के अन्दर बेहतर रोशनी का प्रबन्ध है। इस यान में प्लेटफार्म की साइड की बाडी में 04 स्लाइडिंग डोर का प्रबन्ध भी किया गया है, जिससे मोटरसाइकिल एवं अन्य व्हीकल तथा बड़े सामग्री इत्यादि को सीधे प्लेटफार्म से चढ़ाया जा सकता है।
इन यानों का ऑटोमोबाइल परिवहन एवं सामग्रियों के आवागमन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये निर्माण किया जा रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे को रेलवे बोर्ड द्वारा पुराने 100 अदद नान ए.सी., आई.सी.एफ. यानों को एन.एम.जी.एच.एस. यान के रूप में परिवर्तित करने का लक्ष्य दिया गया है, जिसे निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कर लिया जायेगा ।

Editor In Chief

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button