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मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को मिली जान से मारने की धमकी, कॉल डिटैल्स खंगालने में जुटी पुलिस

लखनऊ: प्रयागराज से विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी को जान से मारने की धमकी मिली है. यह धमकी उन्हें चार अलग अलग मोबाइल नंबरों से फोन कर दी गई है. घटना 19 अप्रैल की बताई जा रही है. हालांकि इस संबंध में मंत्री ने तीन मई को लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में केस दर्ज कराया है. उन्होंने बताया कि आरोपी द्वारा किए गए फोन कॉल उनके समीक्षा अधिकारी शैलेंद्र सिंह रिसीव किए थे.

हजरतगंज कोतवाली पुलिस ने मंत्री की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने मंत्री द्वारा बताए गए चारो मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर उनका डायवर्जन चेक कर रही है. पुलिस के मुताबिक कैबिनेट मंत्री नंदी ने पुलिस को दिए शिकायत में बताया है कि आरोपी ने 19 अप्रैल को चार नंबरों से फोन किया था. इसमें तीन नंबर लैंडलाइन के हैं, जबकि एक नंबर मोबाइल का है. यह चारो फोन कॉल समीक्षा अधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने रिसीव किए थे.

छह दिन बाद डाक से मिली शिकायत

पुलिस के मुताबिक मंत्री द्वारा बताए गए इन चारों नंबरों की कॉल डिटेल निकलवाई गई है. इसमें कुछ सुराग मिले हैं. पुलिस इन सुरागों का सत्यापन कर रही है. पुलिस अधिकारियों की माने तो मंत्री नंदी ने 19 अप्रैल को हुई इस घटना के संबंध में 25 अप्रैल को हजरतगंज कोतवाली में तहरीर भेजी थी. पुलिस को यह तहरीर डाक के जरिये मिली थी. चूंकि मामला मंत्री को जान से मारने की धमकी का था, इसलिए पुलिस ने तत्काल सभी नंबरों को सर्विलांस पर लगाते हुए मामले की जांच शुरू कर दी थी.

केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस

वहीं जांच के दौरान कुछ इनपुट मिलने के बाद इस संबंध में अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस के मुताबिक जल्द ही इन चारों फोन नंबरों का सत्यापन कर आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा. बता दें कि नंद गोपाल नंदी इस समय उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश विभाग के मंत्री हैं. डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही हजरतगंज कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.

फ्राड नंबरों से आई थी कॉल

उन्होंने बताया कि कैबिनेट मंत्री ने अपनी शिकायत में बताया है कि 19 अप्रैल की शाम 05:58 बजे से 6:00 बजे के बीच उनके सरकारी नंबर पर चार अलग-अलग नंबरों से कॉल की गई थी. उन्होंने बताया कि इन सभी नंबरों की जांच कराई गई है. ये फ्राड नंबर हैं. आम तौर पर इस तरह के नंबर साइबर क्राइम के लिए किया जाता है. फिलहाल साइबर सेल की मदद से मामले की जांच कराई जा रही है.

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