उत्तर प्रदेशकुशीनगर

80 हजार हेक्टेयर में होगी मिलेट्स की खेती : सूर्यप्रताप शाही

  • वर्ष 2023-24 अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाएगी सरकार

कुशीनगर। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने कहा कि वर्ष 2023-24 अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। प्रदेश में मिलेट्स (मोटे अनाज-बाजरा, ज्वार, मड़ुआ, सांवा, टांगून आदि) की खेती के प्रोत्साहन के लिए किसानों को बीज उपलब्ध कराएगी। इसके लिए राज्य सरकार शीघ्र ही योजना लाएगी। शाही गुरुवार को राही पर्यटक आवास गृह कुशीनगर में पत्रकारों से वार्ता के दौरान यह जानकारी दी।

कृषि मंत्री ने कहा कि 2021 में भारत के संयुक्त राष्ट्र को 2023 में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में घोषित करने के प्रस्ताव पर विश्व के 72 देशों का समर्थन मिला और संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2023 को अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में घोषित किया। कहा कि मिलेट्स कम पानी व सभी जलवायु में पैदा होने की क्षमता रखते हैं। कहा कि विश्व में मिलेट्स की स्वीकार्यता बढ़ी है। इनमें प्रचुर मात्रा में पौष्टिक तत्व उपलब्ध हैं। इसी कारण कोविड काल में चिकित्सकों ने लोगों को मिलेट्स खाने की सलाह दी। इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। मिलेट्स का अन्य अनाज की तुलना में मूल्य अधिक है। इसलिए किसानों को फायदा होगा।

मंत्री ने कहा कि प्राचीन काल से इसकी खेती की जाती रही है। कुछ वर्षों से इसकी खेती में कमी आयी है। राज्य सरकार ठोस नीति बनाकर मिलेट्स की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम चलाएगी। सरकार ने 80 हजार हेक्टेयर भूमि पर मिलेट्स की खेती की योजना बनाई है। 73 हजार मैट्रिक टन धान खरीद की योजना है। इसके लिए चार हजार क्रय केंद्र खोले गए हैं। कहा कि किसानों की सुविधा के लिए सभी जनपदों में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई गई है। मंत्री ने अपने गांव अनरुधवा व बुद्धस्थली का भ्रमण कर लोगों को त्योहारों की शुभकामनाएं दीं।

चखे मोटे अनाज के व्यंजन

कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने गुरुवार को राजकीय होटल पथिक निवास में मोटे अनाज के व्यंजनों व गन्ने के ताजा रस का उठाया लुत्फ उठाया। कृषि मंत्री के पैतृक गांव अनिरुद्धवा गांव के किसान परिवारों ने मोटे अनाजों के व्यंजन बनाकर भेजे थे। कृषि मंत्री ने बाजरा व मक्का व मडुवा की रोटी,सांवा व कोदो की खीर, दही, चूरा का लुत्फ उठाते हुए दूरगामी स्वास्थ्य के लिए इसे अत्यंत लाभदायक बताया। बोले कि चिकित्सा विज्ञान परम्परागत व्यंजनों को खनिज, प्रोटीन आदि पौष्टिक तत्वों से भरपूर बता रहे है। इनके नियमित सेवन से कई प्रकार की बीमारियों से लोग बचे रह सकते हैं। कृषि मंत्री के साथ पूर्व विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी, पूर्व जिलाध्यक्ष जयप्रकाश शाही, मार्कण्डेय शाही, पुण्यप्रकाश तिवारी आदि शामिल रहे।

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