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सीएम योगी ने ‘समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल’ लॉन्च किया, ‘विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान’ के साथ जुड़ने का संकल्प दोहराया

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों के सामने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में विकसित भारत की संकल्पना प्रस्तुत की थी। वर्ष 2047 में यह देश जब अपनी आजादी का शताब्दी महोत्सव मना रहा होगा, उस समय हमें कैसा भारत चाहिए। यह संकल्प केवल देश की सरकार का नहीं है, बल्कि यह 140 करोड़ भारतवासियों का संकल्प बने, इस दृष्टि से ‘विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान’ के साथ हम सभी को जुड़ना है। मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन सभागार में ‘विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान’ के अन्तर्गत आयोजित अभिमुखीकरण कार्यशाला का उद्घाटन करने के उपरान्त अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने ‘समर्थ उत्तर प्रदेश पोर्टल’ को लॉन्च किया।
25 करोड़ जनता को भागीदार बनाने का संकल्प
सीएम योगी ने कहा कि हमारी मंशा है कि ‘विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान’ में उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता को भागीदार बना सकें। इसके लिए सभी प्रबुद्धजन का सहयोग युवाओं को जागरूक करने तथा इस अभियान को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। आप सभी रिटायर्ड प्रबुद्धजन को लोग टायर्ड न मान लें, इसलिए भी हमने आपका सहयोग लिया है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति है। आप सभी प्रबुद्धजन के पास जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों का व्यापक अनुभव है। व्यक्ति की जैसी मनोदशा होती है तथा जैसा उसका वातावरण होता है, उसके अनुरूप वह स्वयं को तैयार करता है। प्रख्यात वैज्ञानिक आचार्य जगदीश चन्द्र बसु द्वारा वनस्पतियों पर किये गये एक प्रयोग का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वनस्पतियों में भी जीवन होता है तथा हम जिस मनोदशा और वातावरण में वनस्पति को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करेंगे, वह उस दिशा में आगे बढ़ती है। यही स्थिति कमोवेश देश और प्रदेश में भी हो चुकी थी।
वर्ष 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना अवश्य साकार होगी-सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि 16वीं-17वीं सदी तक हमारा देश भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। ग्लोबल जी0डी0पी0 में भारत का योगदान 25 प्रतिशत था। 17वीं और 18वीं सदी तक आते-आते भारत का योगदान 15 प्रतिशत रह गया और चीन भारत से आगे हो गया। भारत दूसरे स्थान पर आ गया। वर्ष 1947 में जब देश आजाद हुआ, तब वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का योगदान मात्र 02 प्रतिशत रह गया। आजादी के बाद वर्ष 2014 तक के 65-70 वर्षों में भारत विश्व की 11वीं अर्थव्यवस्था बन पाया था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2014 से भारत ने जो यात्रा प्रारम्भ की, आज उसका परिणाम है कि भारत दुनिया में चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। वर्ष 2027 में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। इसके बाद दूसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की एक नई प्रतिस्पर्धा हमारे सामने होगी। भारत से आगे अमेरिका और चीन ही हैं। इस प्रतिस्पर्धा के लिए हर भारतवासी को स्वयं को तैयार करना होगा। यह अच्छी बात है कि आज भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया में सबसे तेजी से उभरने वाली अर्थव्यवस्था है। अगर यही गति रही, तो प्रगति अपने आप होगी और वर्ष 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना अवश्य साकार होगी।
2017 से पहले यूपी के सम्बन्ध में देश में नकारात्मक धारणा थी-सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 1947 से वर्ष 1960 तक उत्तर प्रदेश का राष्ट्रीय जी0डी0पी0 में 14 प्रतिशत योगदान था। उस समय उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था। प्रदेश में सबसे उर्वरा भूमि तथा यहां की अर्थव्यवस्था कृषि प्रधान थी। वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश देश की 08वीं अर्थव्यवस्था हो गया। राष्ट्रीय जी0डी0पी0 में इसका योगदान भी घटकर 08 प्रतिशत रह गया। इसने उत्तर प्रदेश को बीमारू बना दिया और यहां के नागरिकों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया। वर्ष 2017 से पहले उत्तर प्रदेश के सम्बन्ध में देश में नकारात्मक धारणा थी।
पहले हमारे किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे-सीएम योगी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 का भी सबसे बड़ा बेस था। सर्विस सेक्टर में हमारे पास स्प्रिचुअल टूरिज्म, ईको-टूरिज्म तथा हेरिटेज टूरिज्म के बेहतरीन केन्द्र थे। हमने इन्हें विस्मृत कर दिया था। पहले हमारे किसान आत्महत्या करने को मजबूर थे। यहां का एम0एस0एम0ई0 सेक्टर बन्द हो गया था। इनमें कार्य करने वाले हस्तशिल्पी व कारीगर पलायन करने को मजबूर हो गये थे। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था खराब हो गयी थी। अपने गौरव और गरिमा को आगे बढ़ाने के लिए जो प्रयास होना चाहिए था, वह शिथिल हो गया था। इसका परिणाम हुआ कि हम हर क्षेत्र में पिछड़ गये। बीमार मानसिकता वालों ने उत्तर प्रदेश को ही बीमारू बना दिया था।
राष्ट्रीय जीडीपी में प्रदेश का योगदान बढ़ा-सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 1947 और उसके बाद जब राज्यों का पुनर्गठन हुआ, उस समय कई राज्यों में शिक्षक उत्तर प्रदेश से गये थे। काशी सहित प्रदेश में शिक्षा के अनेक प्रसिद्ध केन्द्र थे। सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय का 200 वर्षों का इतिहास है। वहां एक हजार से अधिक पाण्डुलिपियां हैं। विगत साढ़े आठ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश में किये गये कार्यां से प्रदेश की धारणा बदली है। आज उत्तर प्रदेश बीमारू नहीं है। राष्ट्रीय जी0डी0पी0 में प्रदेश का योगदान बढ़ा है। उत्तर प्रदेश देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला राज्य बन चुका है। आज उत्तर प्रदेश देश में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था वाला राज्य है।
पिछले 8 वर्षों में यूपी का जीडीपी बढ़ा-सीएम योगी
उन्होंने कहा कि विगत 08 वर्षों में हम उत्तर प्रदेश की जी0डी0पी0 को बढ़ाने में सफल हुए हैं। प्रशासनिक टीम वही है, केवल सरकार बदली है। इस टीम ने कार्य करके दिखाया है। पहले उत्तर प्रदेश की एस0जी0डी0पी0 13 लाख करोड़ रुपये की थी, इस वित्तीय वर्ष में उत्तर प्रदेश 35 लाख करोड़ रुपये की एस0जी0डी0पी0 के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। हमने हर क्षेत्र में कार्य किया है। प्रदेश में यह सम्भावनाएं पहले भी थीं।
यूपी का एक्सपोर्ट बढ़कर 02 लाख करोड़ रुपये पहुंचा-सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2018 में प्रदेश में ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना की शुरूआत की गयी थी। इसके माध्यम से हमने प्रदेश के एम0एस0एम0ई0 उत्पादों की ब्रान्डिंग की। उन्हें तकनीक, मार्केट तथा डिजाइन से जोड़ने का कार्य किया। इससे हस्तशिल्पियों और कारीगरों में एक विश्वास उत्पन्न हुआ। राज्य सरकार ने इनका सहयोग किया। इसका परिणाम हुआ कि उत्तर प्रदेश का एक्सपोर्ट बढ़कर 02 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। इसमें एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र का सर्वाधिक योगदान है। कोविड कालखण्ड में विभिन्न राज्यों से प्रदेश के हस्तशिल्पी और कारीगर यहां वापस आए। हमारे सामने उनकी व्यवस्था करने की चुनौती थी। हमारी टीम ने उस दौरान प्रदेश में एक करोड़ लोगों के लिए रहने-खाने की व्यवस्था की। इनमें उत्तर प्रदेश के 40 लाख हस्तशिल्पी और कारीगर थे। लगभग 30 लाख लोग बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम सहित देश के अलग-अलग भागों के थे। जब लोगों की जान को खतरा था, जब उत्तर प्रदेश का तन्त्र देश का नागरिक मानकर उनके साथ खड़ा हुआ। ऐसे लोगों ने हमारा आभार भी व्यक्त किया।
हमारे पास विकास के सभी संसाधन मौजूद-सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा का प्रदेश है। हमारे पास विकास के सभी संसाधन मौजूद हैं। हमें सिर्फ हर व्यक्ति के संकल्प को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। लोगों में उत्साह और उमंग भरना है। उन्होंने कहा कि वह प्रातःकाल आई0आई0टी0 कानपुर में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए थे। वहां एक हजार से अधिक टेक्नोक्रेट, इण्डस्ट्री लीडर्स तथा अलग-अलग क्षेत्रों में जुड़े लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के सम्बन्ध में ए0आई0, साइबर सिक्योरिटी तथा सस्टेनेबिलिटी के मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श किया जा रहा है। इसके उपरान्त लखनऊ में विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश तथा वोकल फॉर लोकल के मुद्दों पर आयोजित एक कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
विकास को लोगों के जीवन का हिस्सा बनाना है-सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि हमें लोगों को विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान के साथ जोड़ना है। लोग उन नकारात्मक कारकों से दूर हों, जिनके कारण उत्तर प्रदेश बीमारू हुआ था। हमें विकास को लोगों के जीवन का हिस्सा बनाना है। विकास ही उनके जीवन का कायाकल्प करेगा। इसके लिए उन्हें तैयार करना होगा, जिसमें आप सभी प्रबुद्धजन का सहयोग महत्वपूर्ण है। प्रदेश विधान सभा में सस्टेनेबल डेवलपमेण्ट गोल्स पर लगातार 36 घण्टे तक चर्चा हुई थी। इनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, जल संसाधन, स्किल डेवलपमेण्ट सहित कॉमन मैन से जुड़े मुद्दे शामिल थे। इस बार सभी दलों ने सदन में विकसित उत्तर प्रदेश विषय पर लगातार 24 घण्टे की चर्चा में भाग लिया। यह चर्चा लगभग 27 घण्टे चली थी। जब हमारे गांव आत्मनिर्भर होंगे, तो वह विकसित होने के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। हमें उन्हें रास्ता दिखाना है और इसके लिए तैयारी करनी है। इस संकल्प से हर व्यक्ति को जोड़ना है।
अकादमिक संस्थाओं में विकसित उत्तर प्रदेश पर चर्चा होनी चाहिए-सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि अकादमिक संस्थाओं में विकसित उत्तर प्रदेश पर चर्चा होनी चाहिए। विकसित भारत के विकसित उत्तर प्रदेश अभियान में वह भी भागीदार बनें। हम सभी अपने-अपने क्षेत्र में ईमानदारीपूर्वक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए विकसित भारत की संकल्पना को आगे बढ़ाने के लिए विकसित उत्तर प्रदेश के संकल्प से जुड़ें और अपना योगदान दें। इस दृष्टि से विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान प्रारम्भ होना है। आप सभी प्रबुद्धजन विभिन्न विश्वविद्यालयों सहित अन्य संस्थानों में जाएंगे। जो भी गोष्ठियां आयोजित होंगी, उनका डॉक्यूमेण्टेशन होना चाहिए। क्यू0आर0 कोड के माध्यम से लोगों को विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान के सम्बन्ध में अपने सुझाव तथा शॉर्ट, मीडियम तथा लॉन्ग टर्म योजना देने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उत्तर प्रदेश को तेजी के साथ आगे बढ़ाने के लिए दिये जाने वाले सुझावों के सम्बन्ध में प्रबुद्धजन द्वारा कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इसके उपरान्त प्रदेश सरकार तथा भारत सरकार के कुछ मंत्रिगण द्वारा इस कार्यक्रम से जुड़ने का अनुरोध किया जाएगा। फिर सांसदों तथा विधायकगण इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। हम हर ग्राम पंचायत, हर नगर निकाय और हर वॉर्ड को विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान से जोड़ेंगे और उनके सुझाव लेंगे।
हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं-केशव प्रसाद मौर्य
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में विगत 08 वर्षां में उत्तर प्रदेश में हुए बदलाव के हम सभी साक्षी हैं। वर्ष 2047 के विकसित भारत के विकसित उत्तर प्रदेश के लिए एक मजबूत नींव बनाने का हमें अवसर मिला है। उत्तर प्रदेश में यह सामर्थ्य है। हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं है। प्रदेश व देश में एक सशक्त नेतृत्व है। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2047 में देश को 30 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा है। देश प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हुआ है। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में सुदृढ़ कानून व्यवस्था की स्थापना हुई है। हमनें प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय बढ़ाने में सफलता प्राप्त की है। वर्ष 2047 के विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश की भूमिका की दृष्टि से विकसित उत्तर प्रदेश@2047 अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है। इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रभारी मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव नियोजनआलोक कुमार सहित प्रबुद्धजन उपस्थित थे।