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जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हमारी प्राथमिकता केवल सत्ता नहीं, सेवा

केवल पुरातन नहीं, बल्कि प्रगतिशील भी बन चुकी है काशी

  • माेदी ने भाेजपुरी में ‘काशी हमार हौ, हम काशी के हई, हम ई प्रेम के कर्जदार हई’ से शुरू किया संवाद
  • कहा- जीआई टैग से स्थानीय उत्पादों को मिली नई पहचान

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 3884.18 करोड़ रुपये की 44 विकास परियोजनाओं का रिमोट से लोकार्पण और शिलान्यास किया। मेहंदीगंज, राजातालाब में आयोजित विशाल जनसभा में प्रधानमंत्री ने “काशी हमार हौ, हम काशी के हई, हम ई प्रेम के कर्जदार हई” कहकर भोजपुरी में लोगों से आत्मीय संवाद किया और काशीवासियों को उनकी असीम प्रेम और अपार आशीर्वाद के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।इस अवसर पर प्रधानमंत्री माेदी ने 1629.13 करोड़ रुपये की 19 पूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया तथा 25 अन्य योजनाओं की आधारशिला रखी। इसके साथ ही उन्होंने बनास (अमूल) से जुड़े उत्तर प्रदेश के 2.7 लाख किसानों को 106 करोड़ रुपये की बोनस राशि उनके बैंक खातों में डिजिटल माध्यम से ट्रांसफर कर दी।

जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि काशी अब केवल पुरातन नहीं, बल्कि प्रगतिशील भी बन चुकी है। यह शहर आधुनिकता और विरासत दोनों को एक साथ लेकर चल रहा है। काशी के हर मोहल्ले में एक अलग रंग, अलग संस्कृति दिखती है। यहां गंगा का प्रवाह ही नहीं, भारत की चेतना का प्रवाह भी है। बनारस की आत्मा इसी विविधता में बसती है। उन्होंने पूर्वांचल की बदलती तस्वीर का जिक्र करते हुए कहा कि यह क्षेत्र अब देश के आर्थिक मानचित्र पर मजबूती से उभर रहा है। “बनारस अब सिर्फ संभावनाओं की नहीं, बल्कि संकल्प और सामर्थ्य की धरती बन रही है।

प्रधानमंत्री ने सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती का स्मरण करते हुए कहा कि फुले दंपती ने जीवन भर नारी सशक्तिकरण को समर्पित किया। उन्हीं की प्रेरणा से आज सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को मजबूती से आगे बढ़ा रही है। उन्होंने मेहनतकश महिलाओं को विशेष रूप से बधाई देते हुए ‘लखपति दीदी’ योजना की सफलता का उल्लेख किया। “जहां पहले गुजारे की चिंता थी, अब वहां कदम खुशहाली की ओर बढ़ रहे हैं। यह बदलाव केवल बनारस ही नहीं, पूरे देश में दिख रहा है।प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तक वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों के 21 से अधिक उत्पादों को जीआई टैग प्राप्त हो चुका है। उन्होंने कहा, “जीआई टैग सिर्फ एक प्रमाण नहीं, बल्कि क्षेत्रीय उत्पादों के लिए नए बाजारों का प्रवेश द्वार है। यूपी इस क्षेत्र में अब पूरे देश में अग्रणी है।

”प्रधानमंत्री ने कहा कि देश विकास व विरासत दोनों एक साथ लेकर चल रहा है। इसका सबसे बड़ा मॉडल काशी में बन रहा है।प्रधानमंत्री ने ‘आयुष्मान वय वंदना योजना’ के तहत बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की गारंटी दी है। उन्होंने कहा, “यह योजना केवल चिकित्सा सुविधा नहीं, बल्कि हमारे बुजुर्गों के सम्मान का प्रतीक है।प्रधानमंत्री ने कहा कि काशीवासियों ने जब उन्हें तीसरी बार आशीर्वाद दिया, तो वह और अधिक समर्पणभाव से कर्तव्य पथ पर अग्रसर हैं।

उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता केवल सत्ता नहीं, सेवा है। सबका साथ-सबका विकास के संकल्प को आगे बढ़ा रहे हैं। महात्मा फुलेजी जैसे त्यागी तपस्वी महापुरुषों के प्रेरणा से ही देश सेवा का हमारा मंत्र रहा है। सबका साथ-सबका विकास हम देश के लिए उसी विचार को लेकर के चलते हैं। जो लोग सत्ता पाने के लिए दिन रात खेल-खेलते रहते हैं, उनके सिद्धांत परिवार का साथ-परिवार का विकास हैं।

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