संपूर्ण समाधान दिवस : 400 रुपये लेने के बाद भी लेखपाल ने नहीं बनाया जाति प्रमाणपत्र, प्रार्थनापत्र देकर महिला ने लगाया आरोप

तहसील में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी विशाख जी ने शिकायतें सुनीं। 178 लोग शिकायतें/समस्याएं लेकर पहुंचे, जिसमें 35 का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। 143 प्रार्थनापत्र निस्तारण के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को सौंप दिए गए। किसान मज़दूर एकता संघटन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद शकील ने हसनापुर गांव के प्रधान पर शौचालय निर्माण, हैं डपम्प रीबोरे सहित अन्य विकास कार्यों में सरकारी धन के बंदरबांट का आरोप लगाया।
ककरहिया खेड़ा गांव की सुधा ने जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए लेखपाल पर 400 रुपये रिश्वत लेने और उसके बाद भी प्रमाणपत्र न बनाने का आरोप लगाया। सुधा ने अपने प्रार्थनापत्र में बताया कि उसकी शादी संडीला से हुई है। परिवार में अकेले होने के कारण मायके ककरहिया खेड़ा में रहती है, सभी दस्तावेज मायके के ही हैं । 10 अगस्त को जाति प्रमाणपत्र के लिए आवेदन किया था, लेकिन निरस्त कर दिया गया। मिलने पर लेखपाल ने रुपये मांगे और संडीला से जाति लिखवा कर लाने के लिए कही।
वहां से लिखा कर ऑनलाइन कराया, इसके बावजूद प्रमाणपत्र नहीं बनाया। डीएम ने एसडीएम को जांच कराने के निर्देश दिए हैं। ग्राम हसनगंज पारा भदराही निवासी रामावतार ने लेखपाल पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। बताया कि बंजार भूमि पर मकान बना कर परिवार रहे हैं। 2012 के पूर्व से काबिज़ है । पत्रावली उप जिलाधिकारी के न्यायालय में कार्रवाई के लिए प्रेषित है। आरोप लगाया कि लेखपाल बेदखली करने के लिए घर में घुसकर धमका रहे हैं।