Cow Tourism: प्रदेश में काऊ टूरिज्म की संभावनाओं पर फोकस, सभी 75 जिलों में आदर्श गोशाला होगी स्थापित

योगी सरकार आने वाले दिनों में प्रदेश में ‘काऊ टूरिज्म’की संभावनाओं पर फोकस करने जा रही है। इससे पूर्व शासन ने सभी 75 जिलों में एक आदर्श गोशाला स्थापित के निर्देश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों से उम्मीद की गई है कि इन आदर्श गोशालाओं को ही पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की कार्ययोजना तैयार करें।
पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने अधिकारियों को गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाये जाने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि गोशालाओं में गोबर एवं गोमूत्र के व्यवसायिक उपयोग के लिए स्थानीय स्तर पर प्रयास किए जाएं और लोगों को इससे जोड़ा जाए। मंत्री ने कहा कि गोवंश का संरक्षण एवं संवर्धन राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
सरकार का उद्देश्य गोआश्रय स्थलों के माध्यम से गोवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के साथ ही गो-जनित पदार्थों के माध्यम से गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाना और स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। इस संबध में सोमवार को हुई एक बैठक में प्रमुख सचिव पशुधन एवं दुग्ध विकास मुकेश मेश्राम, विशेष सचिव देवेन्द्र पाण्डेय, प्रबंध निदेशक पीसीडीएफ वैभव श्रीवास्तव, दुग्ध आयुक्त राकेश कुमार मिश्र, निदेशक प्रशासन एवं विकास डॉ. योगेन्द्र पवार समेत अन्य अफसर मौजूद रहे।
गाय के गोबर से बने दीपों, मूर्तियों का हो उपयोग
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने दीपावली के मद्देनजर गाय के गोबर से बने दीपों, मूर्तियों आदि के उपयोग के लिए जनमानस में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही इन उत्पादों की बिक्री के लिए बाजारों में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। गो-जन्य पदार्थों के उपयोग के लिए स्थानीय स्तर पर महिला स्वयं सहायता समूह को प्रोत्साहित किया जाए एवं उनका सहयोग लिया जाए।