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किदांबी श्रीकांत ने रचा इतिहास, लक्ष्य सेन को हराकर फाइनल में बनाई जगह

भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया है. स्पेन के हुएलवा में खेली जा रही बीडब्लूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप 2021 (BWF World Championships 2021) के मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल में भारत के ही दोनों धुरंधरों लक्ष्य सेन और किदांबी श्रीकांत की टक्कर हुई, जिसमें किदांबी श्रीकांत ने लक्ष्य सेन को 17-21, 21-14, 21-17 से हराकर फाइनल का टिकट कटाया. वह पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे हैं. यहां तक कि वह विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष और कुल तीसरे शटलर बन गए हैं. उनसे पहले सिर्फ पीवी सिंधु और साइना नेहवाल वीमेंस सिंगल्स का फाइनल खेल चुकी हैं.

19वीं रैंक लक्ष्य और 14वीं रैंक किदांबी के बीच इस मुकाबले की शुरुआत बेहद तेज हुई. 20 वर्षीय युवा सितारे लक्ष्य ने अपने अनुभवी और सीनियर भारतीय प्रतिद्वंद्वी किदांबी को जमकर छकाया और शुरुआत से ही बढ़त बनाई. लक्ष्य की तेजी के सामने श्रीकांत को संघर्ष करना पड़ा. पहली बार विश्व चैंपियनशिप में खेल रहे लक्ष्य ने ताबड़तोड़ स्मैश और अचूक क्रॉस कोर्ट रिटर्न्स के दम पर सिर्फ 17 मिनट में पहला गेम 21-17 से अपने नाम कर लिया.

किदांबी की बेहतरीन वापसी

दूसरे गेम में भी लक्ष्य ने ऐसी ही शुरुआत की और उनकी फुर्ती किदांबी पर भारी पड़ रही थी. एक वक्त लक्ष्य 8-4 से आगे थे, लेकिन यहां से किदांबी ने वापसी की राह पकड़ी और अनुभव का नजारा पेश किया. कुछ ही देर में किदांबी 16-12 से आगे हो गए. इसके बाद तो किदांबी ने इस गेम में लक्ष्य को और कोई मौका नहीं दिया और 21 मिनट में 21-14 से जीत दर्ज करते हुए 1-1 की बराबरी हासिल की और मुकाबले को निर्णायक गेम में पहुंचा दिया.

तीसरे गेम का जोरदार संघर्ष, अनुभव की जीत

दूसरे गेम में कुछ लंबी रैलियों का असर था कि तीसरा गेम आते-आते दोनों खिलाड़ियों में थकान दिखने लगी थी. कई मौकों पर स्मैश को डिफेंड करने की कोशिश में दोनों खिलाड़ी कोर्ट पर गिरते रहे. हालांकि, इसके बावजूद गेम की इन्टेंसिटी में कोई कमी नहीं आई. इंटरवल तक लक्ष्य 11-8 से आगे चल रहे थे और उसके बाद भी उन्होंने बढ़त बनाई और 15-13 से आगे रहे. किदांबी ने नेट के पास बेहतरीन गेम दिखाते हुए वापसी की और 16-15 से बढ़त अपने पक्ष में कर ली. जल्द ही किदांबी ने अपनी बढ़त को 19-17 तक पहुंचा दिया और फिर 21-17 से गेम के साथ ही मैच भी जीत लिया. फाइनल में किदांबी/लक्ष्य का मुकाबला आंद्रेस एंटोनसन और लोह कियान यू के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा.

ऐतिहासिक रही भारत के लिए चैंपियनशिप

भारत के लिए ये विश्व चैंपियनशिप कई मायनों में खास रही. डिफेंडिंग चैंपियन पीवी सिंधु हालांकि, अपने खिताब की रक्षा करने में नाकाम रहीं, लेकिन किदांबी और लक्ष्य ने पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाकर इतिहास रचा. ये पहला मौका है, जब भारत के दो खिलाड़ी मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल में पहुंचे और दो मेडल जीतकर लौटेंगे. इससे पहले 2019 में भी भारत ने दो मेडल जीते थे. तब पीवी सिंधु ने वीमेंस सिंगल्स का खिताब जीतकर इतिहास रचा था, जबकि बी साई प्रणीत ने मेंस सिंगल्स का ब्रॉन्ज जीता था.

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