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मैनचेस्टर टेस्ट रद्द होने के बाद ECB ने खटखटाया ICC का दरवाजा, मैच और सीरीज के फैसले के संबंध में मांगी मदद

भारत और इंग्लैंड (India vs England) के बीच ओल्ड ट्रेफर्ड में खेला जाने वाला पांचवां टेस्ट मैच रद्द कर दिया गया था. यह सीरीज का निर्णायक मैच था जिससे सीरीज का फैसला निकलता, लेकिन आखिरी मैच रद्द होने से सीरीज का भविष्य भी अधर में लटक गया. क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक,अब इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (England and wales Cricket Board) ने पांचवें टेस्ट मैच और सीरीज के फैसले को लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) को एक पत्र लिखा है और सीरीज का फैसला करने की प्रक्रिया शुरू करने को कहा है. पांचवां टेस्ट मैच शुरू होने से तीन घंटे पहले रद्द कर दिया गया था. टीम इंडिया ने अपने खेमे में कोविड-19 के मामले आने के कारण मैदान पर उतरने से मना कर दिया था. बुधवार को टीम के दूसरे फिजियो योगेश परमार का टेस्ट पॉजिटिव आया था जिससे टीम में कोविड का डर फैल गया था.

रद्द किए गए मैच को दोबारा आयोजित किए जाने की उम्मीद है, संभवतः अगले समर में जब भारतीय टीम वनडे और टी20सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा करेगी. ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन ने शुक्रवार को कहा था कि ये मैच इकलौते टेस्ट मैच के तौर पर देखा जाएगा न कि मौजूदा सीरीज के हिस्से के तौर पर. अगर ऐसा होता है तो वो मैच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं होगा और फिर दोनों देशों के बीच मौजूदा सीरीज का फैसला करना होगा. ईसीबी यही बात आईसीसी के सामने रख रही है.

दो फैसले हो सकते हैं

इस संबंध में संभवतः दो फैसले हो सकते हैं. अगर आईसीसी की विवाद निवारण समिति (डीआरसी) आईसीसी के नियमों के तहत कोविड के चलते इस मैच को रद्द मान लेती है तो पांचवें टेस्ट मैच को अमान्य माना जाएगा और सीरीज को चार मैचों की सीरीज कर दिए जाएगा, ऐसे में भारत के नाम यह सीरीज रहेगी क्योंकि पांचवें टेस्ट मैच से पहले भारत सीरीज में 2-1 से आगे था. दूसरा विकल्प ये है कि समिति मान ले की भारत ने यह मैच गंवा दिया और मैच इंग्लैंड के नाम कर दे. ऐसे में सीरीज 2-2 से बराबर रहेगी.

ये है डब्ल्यूटीसी के नियम

डब्ल्यूटीसी के खेलने के नियम टीमों को मंजूरी देते हैं कि वह कुछ निश्चित स्थिति में मैच न खेलें. यह परिस्थिति है, “कोई भी मैच जो एक या दोनों टीमों की मानने लायक न खेलने की स्थिति के कारण नहीं हो सका हो, उसे प्वांइट्स परसेंटेज गणना में नहीं लिया जाएगा.” आईसीसी का फैसला समिति के फैसले पर निर्भर है. डब्ल्यूटीसी के अंदर ऐसे प्रावधान हैं जो कोविड के प्रभाव के कारण टीमों के मैदान पर टीम न उतारने की इजाजत देते हैं. बीसीसीआई इस बात पर अड़ी है कि यह नियम पांचवें टेस्ट मैच की स्थिति में लागू हो.

हैरिसन ने हालांकि शुक्रवार को ये साफ कह दिया था कि ईसीबी इस मैच को कोविड के कारण रद्द नहीं मान रहा है क्योंकि ईसीबी की नजर में भारत की 20 सदस्यीय टीम में कोविड के मामले नहीं हैं जिसका मतलब है कि वह टीम उतार सकती है. हैरिसन ने इसके उलट कहा था कि ये मेंटल हेल्थ और सुरक्षा के कारण लिया गया फैसला है.

आईसीसी करेगी ये काम

ईसीबी इस मामले में अनिश्चित्ता को बढ़ाना नहीं चाहती इसलिए उसने आईसीसी को इस संबंध में पत्र लिखा है और प्रक्रिया शुरू करने को कहा है. एक बार जब प्रक्रिया शुरू हो गई तो आईसीसी एक स्वतंत्र रिपोर्ट बनाएगी कि मैनचेस्टर टेस्ट में क्या हुआ. इसके बाद ये रिपोर्ट डीआरसी के सामने पेश की जाएगी जो इस पर फैसला करेगी. समिति का फैसला इस पर फाइनल होगा.

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