उत्तर प्रदेश बिजली मजदूर संगठन की बैठक संपन्न।
लखनऊ: 23 जुलाई 2022 को उत्तर प्रदेश बिजली मज़दूर संगठन की आपातकालीन बैठक शक्ति भवन मुख्यालय की कैंटीन में हुई। इस बैठक में विभिन्न जनपदों से आये हुए पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिसमे प्रमुख रूप से कानपुर से अब्दुल सत्तार व विनय श्रीवास्तव, जौनपुर से प्रेम श्रीवास्तव व रजनीश श्रीवास्तव तथा देवरिया से अजय कन्नौजिया आये हुए पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक को जिला सचिव नितिन शुक्ला की अध्यक्षता में आहूत किया गया। इस अवसर पर संगठन के प्रदेश महामंत्री सुहेल आबिद को विशेष आमंत्रित किया गया साथ ही संगठन के पदाधिकारी सुमित श्रीवास्तव, शशि कटियार, सागर शर्मा, जुगल मिस्र, राजेश, अशोक, प्रदीप वर्मा, गुफरान व अमिताभ सिन्हा आदि उपस्थित रहे। इस अवसर पर अमिताभ सिन्हा ने पुरज़ोर तरीके से प्रबंधन से मांग की कि राज्य सरकार की ही भांति बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी ‘कैश लेस सुविधा’ दी जाए जिससे चिकित्सकीय आपातकाल में कर्मचारियों को जीवन व मृत्यु के बीच न झूलना पड़े। प्रान्तीय महामंत्री सुहेल आबिद ने प्रबंधन पे आरोप लगाया कि प्रबंधन ने ‘ब्रीच ऑफ कॉन्ट्रैक्ट’ कर ‘बिजली कर्मचारियों’ के आवास पर मीटर लगाने का जो असंवैधानिक कार्य कर रही है उससे कर्मचारियों में भीषण आक्रोश व्याप्त है व यदि इसको न रोका गया तो इसके भयंकर परिणाम हो सकते हैं। सभी पदाधिकारियों के साथ ग्रेड पे व अन्य वेतन विसंगतियाँ, रिक्त पड़े पदों पर श्रमिक से TG2 व TG2 से जे0ई0 के पद पर प्रोन्नति का न होना, लिपिकीय संवर्ग की प्रोन्नति का न होना, लिपिकीय व परिचलकीय संवर्ग का मण्डल के बाहर ‘नियम विरुद्ध स्थानांतरण’ करना, पुरानी पेन्शन बहाली का न होना, संविदाकर्मी की वेतन भुगतान संबंधित समस्याओं आदि पर विस्तार से चर्चा हुई। संगठन ने प्रबंधन से मांग की यदि उपरोक्त मांगों को शीघ्र अति शीघ्र पूरा नही किया गया तो संगठन को भीषण आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा व जिसकी सम्पूर्ण ज़िम्मेदारी प्रबंधन की ही होगी।