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टाटा के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का सड़क दुर्घटना में निधन।

साइरस मिस्त्री :आयरलैंड में जन्म, लंदन में पढ़ाई, भारत लौटकर व्यापार जगत में गाड़ा झंडा ।
टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का रविवार को सड़क दुर्घटना में निधन हो गया। मुंबई से सटे पालघर में साइरस एक सड़क हादसे का शिकार हो गए। लाइमलाइट से दूर रहनेवाले साइरस मिस्त्री व्यापार जगत में बहुत बड़ा नाम रहा है। वह भारतीय मूल के चर्चित खरबपति पलोनजी शापूरजी मिस्त्री के सबसे छोटे बेटे थे. 93 वर्ष की उम्र में पलोनजी का इसी साल जून में निधन हो गया था। 4 जुलाई 1968 को जन्मे साइरस मिस्त्री की उम्र 54 वर्ष थी।
पलोनजी मिस्त्री ने आयरिश महिला से शादी की थी और फिर आयरलैंड के नागरिक हो गए थे। साइरस मिस्त्री का जन्म भी आयरलैंड में हुआ है। मुंबई में शुरुआती पढ़ाई करने के बाद लंदन से इंजीनियरिंग और फिर वहीं से एमबीए करने के बाद व्यापार जगत में सिक्का जमाने वाले साइरस मिस्त्री की जीवन यात्रा की कहानी बड़ी दिलचस्प रही है। टाटा ग्रुप के चेयरमैन बनने से लेकर रतन टाटा के साथ विवाद को लेकर भी वे सुर्खियों में रहे थे।

साइरस मिस्त्री का टाटा संस का चेयरमैन बनना और फिर पद से हटाया जाना पद से हटाए जाने के खिलाफ वो टाटा समूह से भिड़ गए और अपने हक की लड़ाई लड़ते रहे।

लंदन से एमबीए करने के बाद संभाला फैमिली बिजनेस।
साइरस मिस्त्री की शुुरुआती पढ़ाई मुंबई के कैथेड्रल एवं एंड जॉन कॉनन स्कूल से हुई। इसके बाद इंजीनियरिंग करने वे लंदन चले गए. सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने लंदन बिजनेस स्कूल से मास्टर्स किया। एमबीए करने के बाद साइरस ने भी अपना फैमिली बिजनेस (पलोनजी ग्रुप) संभालने लगे। 1991 में वह पलोनजी ग्रुप से जुड़े. तीन साल के बाद 1994 में उन्हें इस ग्रुप का निदेशक बनाया गया।

साइरस मिस्त्री के निदेशक बनने के बाद पलोनजी ग्रुप कंपनी ने कई रिकॉर्ड बनाए। भारत में सबसे ऊंचे रिहायशी टॉवर के निर्माण से लेकर सबसे लंबे रेल पुल और सबसे बड़े बंदरगाहों के निर्माण तक… कंपनी ने कई बड़े प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरे किए. वहीं टाटा संस के बोर्ड में साइरस मिस्त्री ने 2006 में एंट्री की दिसंबर 2012 में उन्हें टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया।

ब्रिटेन के प्रभावशाली कारोबारी लॉर्ड सुशांत कुमार भट्टाचार्य, प्रतिष्ठित वकील शिरीन भरुचा और टाटा संस के उपाध्यक्ष एनए सूनावाला को जिम्मेदारी सौंपी गई थी कि वे इस पद के लिए सुयोग्य उम्मीदवार चुनें। टाटा ग्रुप ने 18 महीने की खोज के बाद साइरस का चयन किया था। हालांकि बाद में टाटा के साथ उनका विवाद हो गया।
मिस्त्री फैमिली का कारोबार कई देशों में फैला हुआ है। पलोनजी मिस्त्री की गिनती भारतीय मूल के सबसे सफल और ताकतवर कारोबारियों में रही है। उनके जाने के बाद साइरस कारोबार देख रहे थे। पलोनजी ग्रुप का एक बड़ा कंस्ट्रक्शन साम्राज्य है। पलोनजी फैमिली की टाटा संस में भी हिस्सेदारी है। एसपीजी ग्रुप में शापूरजी पालोनजी इंजीनियरिंग ऐंड कंस्ट्रक्शन, यूरेका फोर्ब्स, फोर्ब्स एंड कंपनी, एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर, फोर्ब्स टेक्सटाइल्स, गोकक टेक्सटाइल्स, एसपी रियल एस्टेट और नेक्स्ट जेन, एसपी कंस्ट्रक्शन मटीरियल ग्रुप कंपनियां शामिल हैं।

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