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Russia-Ukraine War: रूस के विदेश मंत्री का ब्रिटेन पर हमला, कहा- जानबूझकर युद्ध में की एंट्री, प्रतिबंधों की चुकानी होगी भारी कीमत

रूस के विदेश मंत्री ने ब्रिटेन पर निशाना साधते हुए कहा कि ब्रिटेन जानबूझकर युद्ध में घुसा है. साथ ही कहा कि ब्रिटेन को प्रतिबंधों की भारी कीमत चुकानी होगी. रूसी विदेश मंत्रालय का कहना है कि ब्रिटेन ने स्पष्ट रूप से रूस के साथ खुले टकराव की ओर बढ़ने का फैसला किया है. मंत्रालय का कहना है कि प्रतिबंधों पर मास्को की प्रतिक्रिया निस्संदेह रूस में ब्रिटिश हितों को कमजोर करेगी. रूस ने कहा कि ब्रिटेन सीधे-सीधे रूस से युद्ध चाहता है. इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा कि कोई भी देश जो यूक्रेन में नो-फ्लाई जोन लागू करेगा, उसे हम युद्ध में शामिल देश के तौर पर देखेंगे.

एयरोफ्लोट के कर्मचारियों के साथ एक बैठक में रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि इस दिशा में किसी भी आंदोलन को हमारे द्वारा सशस्त्र संघर्ष में भागीदारी के रूप में माना जाएगा. उन्होंने कहा कि नो-फ्लाई जोन लागू करने से न केवल यूरोप बल्कि पूरी दुनिया के लिए भारी और विनाशकारी नतीजे होंगे. रूस और यूक्रेन के बीच एक हफ्ते से जंग जारी है.

व्लादिमीर पुतिन ने उन अफवाहों को भी खारिज कर दिया कि रूस अपने यहां मार्शल लॉ घोषित करने की योजना बना रहा है. दरअसल रूस द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले के बाद मॉस्को में जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिले थे. इसके बाद से ही इस बात की चर्चा होने लगी थी. रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि मॉर्शल लॉ उन्हीं जगहों पर लागू किया जाएगा, जहां पर ज्यादा विरोध देखने को मिलेगा. हमें अभी तक इस तरह के हालात देखने को नहीं मिले हैं और मुझे उम्मीद है कि ऐसा देखने को भी नहीं मिलेगा. रूस में पहली बार ऐसा हुआ कि सैन्य कार्रवाई के विरोध में लोग सड़कों पर उतर आए. आमतौर पर इस तरह की घटनाएं बेहद दुर्लभ होती हैं.

रूस ने तोड़ा सीजफायर- यूक्रेन

दूसरी ओ यूक्रेन और रूस के बीच लागू हुआ सीजफायर कुछ ही घंटों के भीतर टूट गया है. दरअसल, यूक्रेन के अधिकारियों का कहना है कि संघर्ष विराम की घोषणा करने के कुछ घंटे बाद ही गोलाबारी शुरू हो गई. इसकी वजह से मारियूपोल और वोलनोवाखा शहरों से लोगों को निकालने की प्रक्रिया बाधित हुई है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि वो दक्षिण पूर्व में स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह मारियूपोल और पूर्व में स्थित वोलनोवाखा शहर में लोगों को निकालने के लिए रास्ता देने को सहमत है. हालांकि, बयान में ये नहीं बताया गया था कि वो मार्ग कब तक खुले रहेंगे.

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