ताज़ा ख़बरदेश

NIA ने जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में 18 लोकेशन पर की छापेमारी, आतंकी हमलों से जुड़े मामले में हुई कार्रवाई

राष्ट्रीय जांच एजेंसी की टीमों ने शनिवार को जम्मू कश्मीर के साथ-साथ राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में छापेमारी की. जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए विभिन्न आतंकी समूहों द्वारा रची गई साजिश के सिलसिले में छापे मारी की गई. NIA ने बताया कि एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर के सोपोर, कुपवाड़ा, शोपियां, राजौरी, बडगाम, गांदरबल और राजस्थान के जोधपुर जिले में तलाशी ली. 18 लोकेशन पर छापेमारी सुबह करीब सात बजे शुरू हुई. उत्तर, दक्षिण और मध्य कश्मीर के साथ-साथ और जम्मू क्षेत्र के पीर पंजाल के कुछ हिस्सों में छापेमारी चल रही है.

समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने कहा कि राजस्थान के जोधपुर जिले (Jodhpur) में छापेमारी चल रही है, क्योंकि वहां से भी संदिग्धों के शामिल होने की सूचना मिली थी. उन्होंने कहा कि छापेमारी के लिए टीमें भेजी गई हैं और तलाशी जा रही है. कुछ डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं और उनका विश्लेषण किया जा रहा है. ये मामला कई एफआईआर से जुड़ा हुआ है, जिसके तहत जांच एजेंसी द्वारा नागरिक हत्याओं सहित विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है. NIA अब तक इस मामले में अकेले दो दर्जन से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.

क्या है पूरा मामला?

यह मामला प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (HM), अब बद्र और इसी तरह के अन्य संगठन और उनके सहयोगी जैसे रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF), पीपल अगेंस्ट फासिस्ट फोर्सेज (PAFF) आदि कैडरों द्वारा जम्मू-कश्मीर और नई दिल्ली सहित अन्य प्रमुख शहरों में हिंसक आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए फिजिकल और साइबर स्पेस दोनों में साजिश से संबंधित है.

NIA ने अपने बयान में कहा, इन आतंकवादियों और कैडरों ने कई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया है, जिसमें कई निर्दोष नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों की मौत हुई है. इनकी वजह से कश्मीर की घाटी में आतंक का खौफ पैदा हो गया था, जिससे राज्य की रिट को चुनौती दी गई है. तदनुसार, एनआईए ने मामला आरसी (29/2021/NIA/DLI) दिनांक 10.10.202 के रूप में दर्ज किया था. इसके बाद मामले की शुरुआत की गई.

संबंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button