
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सुप्रीमो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि अगर कांग्रेस चाहे तो हम सब मिलकर 2024 का आम चुनाव लड़ सकते हैं. कांग्रेस अभी के लिए आक्रामक न हों, सकारात्मक रहें, लेकिन कांग्रेस की विश्वासनीयता समाप्त हो रहा है. वैसे कांग्रेस पर निर्भर नहीं रहा जा सकता है. यदि कांग्रेस चाहे तो वह पीछे हट सकती है, लेकिन विपक्ष की सभी पार्टियों को एकजुट होना होगा. सीएम ममता बनर्जी ने शुक्रवार को विधानसभा में बजट पेश करने के बाद संवाददाताओं के सवाल के जवाब में ये बातें कहीं. बता दें कि पहले भी सीएम ममता बनर्जी विरोधी दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुटी हैं, लेकिन कांग्रेस से दूरी बनाए हुए थी.
बता दें कि पांच राज्यों के चुनाव से पहले बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने बीजेपी को 2024 के आम चुनाव में हराने के लिए क्षेत्रीय दलों को एक साथ आने का आह्वान किया था. टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने मुंबई में सिविल सोसायटी के सदस्यों से बात करते हुए कहा था कि यदि सभी क्षेत्रीय दल एक साथ आते हैं तो फिर बीजेपी को हराना आसान होगा.
There was loot & malpractices of EVM. Samajwadi Party's Chief Akhilesh Yadav shouldn’t be disheartened & should seek forensic tests of the same EVM machines. Akhilesh Yadav’s vote percentage increased from 20% to 37% this time: West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee pic.twitter.com/YwTkpR568P
— ANI (@ANI) March 11, 2022
ममता बनर्जी ने कहा, “सभी राजनीतिक दलों को जो भाजपा से लड़ना चाहते हैं, उन्हें एक साथ चलना चाहिए. कांग्रेस अपनी विश्वसनीयता खो रही है, कांग्रेस पर निर्भर नहीं रह सकती.” गोवा के संबंध में ममता बनर्जी ने कहा, “गोवा में पार्टी की शुरुआत के तीन महीने के भीतर तृणमूल कांग्रेस को 6% वोट मिले. यह काफी है.”
चार राज्यों में मिली जीत बीजेपी के लिए एक बड़ी क्षति
भारतीय जनता पार्टी (BJP) को चार राज्यों में मिली सफलता पर ममता बनर्जी ने कहा, “यह जीत बीजेपी के लिए एक बड़ी क्षति होगी. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022 के चुनाव परिणाम 2024 चुनावों के भाग्य का फैसला करेंगे.” ममता बनर्जी ने कहा कि ईवीएम (EVM) की लूट हुई है. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को निराश नहीं होना चाहिए और उन्हें ईवीएम मशीनों की फॉरेंसिक जांच करानी चाहिए. अखिलेश यादव का वोट प्रतिशत इस बार 20 से बढ़कर 37 प्रतिशत हुआ है.
गैर-कांग्रेसी विपक्षी दलों को एकजुट करने में जुटीं हैं ममता बनर्जी
इस तरह उन्होंने साफ संकेत दियाहै कि आने वाले दिनों में उनका कुछ और क्षेत्रीय दलों को जोड़ने का इरादा होगा. इस कड़ी में ममता बनर्जी ने लगातार देश भर में दौरा भी किया और गैर-कांग्रेसी विपक्षी दलों से मुलाकात कर एक अलग ही मोर्चा बनाने की तैयारी में जुटी थीं. बंगाल की मुख्यमंत्री अपने दो दिवसीय मुंबई दौरे के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार के अलावा अन्य नेताओं से मुलाकात भी की थी. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे तथा शिवसेना के प्रमुख नेता व सांसद संजय राउत के साथ बैठक की थी.