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अलविदा राजू श्रीवास्तव : पंचतत्व में विलीन हुए गजोधर भैया

नई दिल्ली : घर-घर लोगों को अपनी कमाल की कॉमेडी से खुशी के आंसू देने वाले ‘गजोधर भैया’ राजू श्रीवास्तव पंचतत्व में विलीन हो गये हैं. आज (22 सितंबर) दिल्ली के निगम बोध घाट में परिजन और करीबी रिश्तेदारों की मौजूदगी में राजू का अंतिम संस्कार किया गया. यहां, यूपी के पर्यटन मंत्री भी राजू को श्मशान घाट में अंतिम विदाई देने पहुंचे. इधर, राजू श्रीवास्तव की मौत से शोबिज इंडस्ट्री समेत पूरे देश में फैंस के बीच मातम पसरा हुआ है. राजू को अंतिम विदाई देते हुए परिजन और फैंस की आंखें नम हैं. इससे पहले सुबह 8 बजे दिल्ली के दशरथपुरी से अंतिम यात्रा निकाली गई थी, जिसमें उनके शव के अंतिम दर्शन करने के लिए काफी संख्या में फैंस पहुंचे. इसमें कानपुर से भी लोग दिल्ली आए हुए हैं. राजू के निधन से हर कोई सदमे में हैं.

राजू का अंतिम सफर

सेलेब्स से लेकर फैंस तक हर कोई उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहा है. उनके पार्थिव शरीर की एक एंबुलेंस में दशरथपुरी निवास से पालम तक पैदल शव यात्रा निकाली गई ह, जिसके बाद निगमबोध घाट पर उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. उनकी शवयात्रा में पर काफी संख्या में फैंस मौजूद रहे, जिसके मद्देनजर दिल्ली पुलिस की तरफ से भी तमाम इंतजाम किए गए.

42 दिन बीमारी से लड़े थे राजू

42 दिन अस्पताल के आईसीयू वार्ड में भर्ती रहने के दौरान 21 सितंबर को राजू का दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया. राजू के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट चुका है. आस-पड़ोस के लोगों में चीख-पुकार है. वहीं राजू श्रीवास्तव की पत्नी शिखा राय पति के जाने से पूरी तरह टूट चुकी है. शिखा को उम्मीद थी कि वह ठीक होकर लौट आएंगे.

21 सितंबर को क्या हुआ, जो छोड़ गए राजू?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजू श्रीवास्तव के साले ने बताया था कि 21 सितंबर को ऐसा क्या हुआ, जिसके कारण राजू हमें छोड़कर चले गए. उन्होंने बताया कि बुधवार (21 सितंबर) को राजू की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई थी. इस दिन राजू का ब्लड प्रेशर अचानक कम होने लगा. ऐसे में राजू को सीपीआर दिया गया. इसके बाद राजू ने थोड़ी हलचल की और फिर दम तोड़ दिया. डॉक्टर के मुताबिक, राजू की सेहत में सुधार दिख रहा था और अगले दो से तीन दिनों में उन्हें वेंटिलेटर से हटाया जाना था. इलाज के दौरान उनकी दवाईयों की मात्रा भी कम हुई थी, लेकिन राजू सबको रुलाकर चले गये.

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