
अररिया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दावा किया है कि लोगों पर निजी हमले करना राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शैली है और उसने महात्मा गांधी के खिलाफ भी झूठ बोला था और उन्हें बदनाम किया था। राहुल गांधी ने अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के अररिया पहुंचने पर महागठबंधन के नेताओं के साथ ‘चाय-पकौड़े पर चर्चा’ के दौरान यह दावा किया।
बीते रविवार को यह यात्रा अररिया में थी। कांग्रेस नेता ने इस बातचीत का वीडियो मंगलवार को अपने ‘एक्स’ हैंडल पर साझा किया। उन्होंने कहा, ‘‘यात्रा, वोट चोरी और गांधी जी – गठबंधन के साथियों के साथ गरमा-गरम चाय-पकौड़ों पर उतनी ही दिलचस्प राजनीतिक चर्चा हुई।’’
इस चर्चा में राहुल गांधी के साथ राजद नेता तेजस्वी यादव, विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश कुमार राम और कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद तथा महात्मा गांधी के पौत्र तुषार गांधी शामिल थे। तुषार गांधी ने कहा, ‘‘पहले तीखी बहसें होती थी, लेकिन व्यक्तिगत रूप से अपशब्द नहीं कहे जाते थे, अब लगता है कि इसे जायज ही ठहरा दिया गया है।’’
इस पर राहुल गांधी ने दावा किया, ‘‘आरएसएस का तरीका है कि लोगों को निजी तौर पर निशाना बनाया जाए। वो गांधी जी के साथ यही किया करते थे। लोगों को पता नहीं है, याद नहीं है। आरएसएस ने गांधी जी के बारे में कितनी गालियां दीं, कितना बदनाम किया, कितना उनके बारे में झूठ बोला। यह उनकी शैली है।’’
तेजस्वी यादव ने कहा, ‘‘ कर्पूरी (ठाकुर) जी के बारे में कितनी गंदी गंदी गालियां दी गईं और फिर उन्हें ‘भारत रत्न’ देना पड़ा।’’ उन्होंने दावा किया, ‘‘लोग पहले कहते थे कि वोट देते हैं, पता नहीं चलता कि वोट कहां चला गया।
अब बात तथ्यों के साथ रखी जा रही है, तो लोगों को लग रहा है कि चोरी हो रही है। लोगों को यह लगने लगा है कि दोनों मिले हुए हैं और मोदी जी जो कह रहे हैं, वो निर्वाचन आयोग कर कर रहा है।’’ ‘वोटर अधिकार यात्रा’ मंगलवार को सुपौल से शुरू होकर मधुबनी में दाखिल हुई।