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अमेरिका के रूस पर लगाए बैन पर IAF एयर मार्शल ने दिया बयान, कहा- भारत पर नहीं पड़ेगा कोई असर

वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल संदीप सिंह ने अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा, अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों का IAF पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा. दोनों देशों के साथ भारत के संबंध मजबूत होंगे.उन्होंने आगे कहा, यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए वायुसेना एक दिन में चार विमान भेज सकती है. एक राउंड में 200 लोगों को वापस लाया जाएगा. मुझे यकीन है कि हम अपने सभी लोगों को सुरक्षित वापस लाएंगे.

एयर मार्शल संदीप सिंह ने आगे कहा, भारतीयों को निकालने के लिए सुबह से ही वायुसेना के तीन विमान भेजे जा चुके हैं. निकासी अभियान चौबीसों घंटे चलेगा. राहत सामग्री भी भेजी जा रही है. विदेश मंत्रालय के सहयोग से ऑपरेशन जारी है.एयर मार्शल संदीप सिंह ने कहा, वायुशक्ति हमारे नौजवानों के लिए प्रेक्टिस का जरिया है.जहां वेपन ट्रैनिंग भी दी जाती है. हमारे ऑपरेशन नेटवर्क बेस होते हैं जोकि एक जगह बैठकर किये जा सकते है. 150 के करीब एयरक्राफ्ट इस एयर शो में हिस्सा लेंगे.

‘डे एंड नाईट ऑपरेशन चल रहा’

मार्शल ने कहा, वहां नेवी और आर्मी के क्राफ्ट भी होंगे ताकि तीनों मिलकर जॉइंट प्रैक्टिस कर सके.आज सुबह से लेकर अभी तक 3 जहाज (3-17) भेजे हैं MEA के साथ कॉर्डिनेशन में हैं. हमें अपने स्टूडेंट्स को वापस लाना है, राहत सामग्री भी भेजी जा रही है, रोमेनिया, हंगरी और पोलैंड भेजे हैं, 200 के करीब स्टूडेंट्स को एक बारी में लेकर आते हैं. डे एंड नाईट ऑपरेशन चल रहा है.

दिन में 4 एयरक्रफ्ट लांच कर सकता है एयरक्राफ्ट-एयर मार्शल संदीप सिंह 

यूक्रेन पर जब 2014 में कुछ ऐसे हालात पैदा हुए थे तब हमने अपने एयर डिफेंस सिस्टम में कई upgradation किये थे जो अभी भी जारी हैं. कोशिश है जल्द ही अगले कुछ सालों में सभी सिस्टम मेक इन इंडिया होंगे, जिसके लिए काफी कुछ काम पूरा हो चुका है. रोमानिया, हंगरी और पोलैंड भेजे गए हैं. भारतीय वायुसेना दिन में 4 एयरक्रफ्ट लांच कर सकता है.कुल सिविल और एयरफ़ोर्स के 26 फ़्लाइट शेड्यूल है.उम्मीद है 4 -5 दिन में सबको वापस लाया जा सकता है. अमेरिका का रूस पर पांबदी से भारतीय वायुसेना को ख़ास असर नही पड़ेने वाला है. भले ही थोड़ा डीले हो सकता है.जीओपॉलेटिकल हालात कठिन है लेकिन हमारे रिश्ते दोनों देशों से अच्छे है. यूक्रेन से AN-32 के अपग्रेडेशन का काम 2014 -2015 के दौरान बाधित हुआ था, उसके बाद से हमने उन पार्टर्स या आईटम वहाँ से मंगवाया जाता है उसे स्वदेशी ही बनाना शुरू कर दिया था और ज़्यादातर अपग्रेड हो चुका है.

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