
नयी दिल्ली। केंद्र सरकार ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुए हमले के बाद उन्हें ‘जेड’ श्रेणी की ‘वीआईपी’ सुरक्षा प्रदान की है। आधिकारिक सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। रेखा गुप्ता, उनके आधिकारिक आवास और राष्ट्रीय राजधानी के सिविल लाइंस क्षेत्र में राज निवास मार्ग स्थित उनके कार्यालय को भी अर्द्धसैनिक बल के वीआईपी सुरक्षा समूह (वीएसजी) द्वारा सुरक्षा प्रदान की जाएगी, जो विशिष्ट व्यक्तियों को सुरक्षा प्रदान करता है।
यह समूह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस पार्टी के गांधी परिवार को भी सुरक्षा प्रदान करता है। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने बृहस्पतिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल ली। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों द्वारा तैयार की गई खतरे की आशंका संबंधी रिपोर्ट के बाद उन्हें ‘जेड’ श्रेणी की केंद्रीय सुरक्षा प्रदान की गई है।
रेखा गुप्ता (51) को पहले दिल्ली पुलिस द्वारा शीर्ष-स्तरीय सुरक्षा प्रदान की जा रही थी। लेकिन मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर बुधवार सुबह सिविल लाइंस इलाके में उनके कार्यालय में ‘जन सुनवाई’ कार्यक्रम के दौरान हमला किया गया। उनके कार्यालय ने इस हमले को ‘‘उनकी हत्या की एक सुनियोजित साजिश’’ का हिस्सा बताया है। उन्होंने बताया कि 22 से 25 सशस्त्र कमांडो की एक टीम 24 घंटे मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहेगी।
सूत्रों के अनुसार, सीआरपीएफ उनकी सुरक्षा के लिए नए उपाय लागू करेगी। इनमें उनके आवास तक पहुंच को विनियमित करना, सुरक्षा उपकरणों की तैनाती और सार्वजनिक स्थानों पर उनके आवागमन के दौरान पुरुष और महिला निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) के माध्यम से उन्हें निकट सुरक्षा प्रदान करना शामिल है। सीआरपीएफ असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा और पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार एवं कर्नाटक के राज्यपालों के अलावा कई अन्य रसूखदार व्यक्तियों को भी सुरक्षा प्रदान करती है।
केंद्रीय सुरक्षा सूची के तहत वीआईपी सुरक्षा कवर उच्चतम जेड-प्लस (एएसएल) से शुरू होकर ‘जेड-प्लस’, ‘जेड’, ‘वाई’, ‘वाई-प्लस’ और ‘एक्स’ सुरक्षा कवर तक होता है। गुप्ता पर हमला करने वाले आरोपी को मौके पर ही पकड़ कर गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है और वह वर्तमान में दिल्ली पुलिस की पांच दिन की हिरासत में है, जो मामले की जांच कर रही है।