
रोहतासः बिहार में रोहतास जिले के दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाईवे (राष्ट्रीय राजमार्ग-19) पर पांच दिनों से भीषण जाम लगा है। रोहतास जिले के सासाराम स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-19) पर ट्रैफिक जाम की स्थिति अभी भी बनी हुई है। हालांकि कल की तुलना में जाम कुछ कम हुआ है, फिर भी करीब 7 किलोमीटर लंबी लाइन में ट्रक और गाड़ियां फंसी हुई हैं।
इससे पहले एनएच-19 पर 40 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। भीषण जाम का आलम यह है कि 24 घंटे में गाड़ियां मात्र पांच किलोमीटर रास्ता तय कर पा रही हैं। भीषण जाम में हजारों गाड़ियां फंसी हैं और दूर-दूर तक ट्रक ही ट्रक खड़े दिखाई दे रहे हैं।
वाहन चालक बेहाल
दिल्ली-कोलकाता नेशनल हाईवे पर बीते शनिवार से जाम का विकराल रूप देखने को मिल रहा है। सड़क जाम के कारण वाहनों के परिचालन पर बुरा असर पड़ रहा है और वाहन चालक भूखे प्यासे बेहाल हैं। उन्हें कोई राहत नहीं है और चंद किलोमीटर की दूरी तय करने में भी घंटों वक्त लग रहा है। वहीं जाम से निजात दिलाने के लिए ना हीं स्थानीय प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम उठाया जा रहा है और ना हीं एनएचएआइ एवं सड़क निर्माण कंपनी इसकी सुध ले रहे हैं।
औरंगाबाद जिले तक पहुंचा जाम
राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर बीते चार दिनों से लगा जाम अब रोहतास जिले से लेकर औरंगाबाद जिले तक पहुंच चुका है। स्थिति ऐसी कि 24 घंटे में गाड़ियां मात्र पांच किलोमीटर रास्ता तय कर पा रही हैं। भीषण जाम में हजारों गाड़ियां फंसी हैं और दूर-दूर तक ट्रक हीं ट्रक खड़े दिखाई दे रहे हैं।
वाहन चालक परेशान
सड़क जाम में फंसे वाहन चालक प्रवीण सिंह ने बताया कि पिछले 30 घंटे में उन्होंने सिर्फ 7 किलोमीटर का रास्ता तय किया है। टोल टैक्स, रोड टैक्स आदि देने के बाद भी हमें कई कई घंटों तक जाम का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर ना तो एनएचआइ के कर्मी दिखते हैं और ना हीं स्थानीय प्रशासन। वहीं दिल्ली जा रहे ट्रक चालक संजय ने कहा कि 2 दिन से सड़क जाम में फंसे हैं और भूखे प्यासे हाल-बेहाल हैं। चंद किलोमीटर का फासला तय करने में भी घंटों लग रहे हैं।
व्यवसाय पर बुरा असर
सड़क जाम के कारण व्यवसाय पर भी बुरा असर पड़ा है। कच्चे खाद्य पदार्थों को लेकर जा रहे वाहन चालक इस भीषण जाम से भयभीत हैं और उन्हें कच्चे सामानों के नुकसान की चिंता सता रही है। इसके अलावा राहगीर, एंबुलेंस, आपातकालीन सेवा एवं टूरिस्ट वाहनों को भी इस भीषण जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर नहीं आए सामने
हालांकि सड़क जाम के संदर्भ में जब एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रंजीत वर्मा से बात करने की गई तो उन्होंने कैमरे पर आने से साफ मना कर दिया। वे कभी रोहतास तो कभी औरंगाबाद होने की बात करते रहे और सड़क जाम को लेकर कुछ भी नहीं कहा।