लखनऊ: अपनी उपलब्धियों की लंबी फेहरिस्त में उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि. (यूपीएमआरसी) ने एक और नई उपलब्धि जोड़ ली है। यूपीएमआरसी की लखनऊ मेट्रो परियोजना (Lucknow Metro) के चौधरी चरण सिंह (सीसीएस) एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन ने सबसे तेजी के साथ निर्मित होने वाले मेट्रो स्टेशन के तौर पर ‘लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड्स’ में अपना नाम दर्ज करा लिया है।
19 महीने और 10 दिन में तैयार हुए इस भूमिगत मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य 13 जुलाई, 2017 को शुरू हुआ था। यूपीएमआरसी (पूर्व में लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लि.) ने 22 फरवरी, 2019 को इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया था। सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन, लखनऊ मेट्रो परियोजना के 22.878 किमी. लंबे उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के 4 भूमिगत मेट्रो स्टेशनों में से एक है। यह मेट्रो स्टेशन, यात्रियों को लखनऊ के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से सीधी कनेक्टिविटी की सहूलियत मुहैया कराता है।
सबसे तेज गति से बनने वाली मेट्रो परियोजना का भी दर्जा
इसके साथ-साथ लखनऊ मेट्रो परियोजना को देश में सबसे तेज गति के साथ निर्मित होने वाली मेट्रो परियोजना का दर्जा भी हासिल है। यूपीएमआरसी ने परियोजना के संपूर्ण उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर का निर्माण 4.5 सालों से भी कम समय में पूरा किया था, जो निर्माण कार्य पूरा करने की प्रस्तावित समय-सीमा से 36 दिन पूर्व था।
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी से भेंट करके लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड्स का प्रमाण पत्र सौंपा। मुख्य सचिव ने लखनऊ मेट्रो को हासिल हुई इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए यूपीएमआरसी के उत्कृष्ट कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजना के तेज निर्माण कार्य पर भी संतोष व्यक्त किया है।
15 सितंबर से शुरू हुईं मेट्रो सेवाएं
बता दें कि सीसीएस एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन का निर्माण लखनऊ मेट्रो परियोजना के बैलेंस सेक्शन के अंतर्गत हुआ था। सर्वप्रथम ट्रांसपोर्ट नगर से चारबाग के बीच निर्मित प्रयॉरिटी सेक्शन पर 15 सितंबर, 2017 को मेट्रो सेवाएं शुरू हुईं, जिसके बाद मुंशी पुलिया तक बैलेंस सेक्शन का कार्य पूरा कर 8 मार्च, 2019 को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीसीएस एयरपोर्ट से लेकर मुंशी पुलिया तक मेट्रो की यात्री सेवाओं का शुभारंभ हुआ था। 2017 से लेकर अभी तक 3.25 करोड़ से भी अधिक यात्री लखनऊ मेट्रो की सवारी कर चुके हैं।