बिहार विधानसभा चुनाव: अगिआंव सीट पर सीपीआई (एमएल) की हैट्रिक या भाजपा की वापसी

बिहार के भोजपुर जिले की अगिआंव विधानसभा सीट, जो अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है और यह सीट चर्चा का केंद्र बनी हुई है। सीपीआई (एमएल) और भाजपा के उम्मीदवारों के बीच इस सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। इस सीट का चुनावी इतिहास उतार-चढ़ाव से भरा है। 2010 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी। हालांकि, 2015 में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा, जब जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ गठबंधन कर प्रभुनाथ प्रसाद को मैदान में उतारा और सीट जीतने में सफलता मिली।
2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए की ओर से जदयू ने फिर प्रभुनाथ प्रसाद पर भरोसा जताया, लेकिन सीपीआई (एमएल) के मनोज मंजिल ने भारी मतों से जीत दर्ज की। 2024 के उपचुनाव में भी जदयू के उम्मीदवार को सीपीआई (एमएल) के शिव प्रकाश रंजन ने हराया। इस बार 2025 के चुनाव में सीपीआई (एमएल) ने शिव प्रकाश रंजन पर फिर भरोसा जताया है, जबकि भाजपा ने महेश पासवान को अपना उम्मीदवार बनाया है।
इस विधानसभा में रहने वाले ग्रामीण रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और किसानों की समस्याओं का हल चाहते हैं। हालांकि, सरकार एनडीए की और विधायक दूसरी पार्टी के होने का खामियाजा भी यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि विधायक विकास कार्यों से पल्ला झाड़ लेते हैं, यह कहकर कि हमारी सरकार नहीं है। स्थानीय लोग इस सीट पर ऐसे उम्मीदवार को चुनना चाहते हैं जो उनकी समस्याओं को विधानसभा में उठा सके।
हाल ही में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना के तहत मिले महिलाओं के बैंक खाते में मिले 10 हजार रुपए ने महिलाओं को रोजगार करने का एक आत्मविश्वास दिया है। एनडीए के पक्ष में इस सीट पर माहौल बन रहा है। हालांकि, एसआईआर जैसे मुद्दे भी यहां पर हावी हैं। इस विधानसभा में कुल जनसंख्या 458803 है, पुरुषों की संख्या 239458 और महिलाएं 219345 हैं। कुल मतदाता 271891 हैं, जिनमें पुरुष मतदाता 143586, महिलाएं 128304 और थर्ड जेंडर-1 मतदाता हैं।