नए सिरे से संस्थाओं को दिए जाएंगे वृद्धा आश्रम…PPP मॉडल पर होती थी प्रक्रिया, टेंडर से होगा चयन

समाज कल्याण विभाग की तरफ से प्रदेश में संचालित वृद्धाश्रम स्वैच्छिक संस्थाओं को नये सिरे से दिए जाएंगे। संस्थाओं का चयन टेंडर के माध्यम से होगा। नई संस्थाओं के आने से व्यवस्थाओं में बदलाव आएगा। सभी जिलों में समाज कल्याण विभाग की तरफ से एक-एक वृद्धाश्रम संचालित हैं। वृद्धाश्रम की क्षमता 150 वृद्ध संवासी है। विभाग द्वारा प्रति वृद्ध संवासी 114 रुपये प्रति भोजन का दिया जाता है। इसके अलावा वर्ष में दो बार कपड़े, मनोरंजन, चिकित्सा आदि सुविधाएं वृद्धों को उपलब्ध कराई जाती हैं।
वृद्धाश्रम का संचालन स्वैच्छिक संस्थाएं पीपीपी मोड पर नवीनीकरण कराकर करती आ रही हैं। लेकिन, कई साल से टेंडर नहीं हुए हैं। इससे अन्य संस्थाओं को मौका नहीं मिल सका। ऐसे में विभाग द्वारा वृद्धाश्रम संचालन के लिए टेंडर डाले जाएंगे। टेंडर के माध्यम से संस्थाओं का चयन होगा। इस प्रक्रिया से नई संस्थाओं को मौका मिलेगा। निदेशालय समाज कल्याण उपनिदेशक आरपी सिंह ने बताया कि टेंडर की प्रक्रिया चल रही है, इसके माध्यम से चयन करेंगे।