इलेक्ट्रिक स्कूटी में आग, दमकल कर्मियों ने मां-बेटे का किया रेस्क्यू, कड़ी मशक्क्त कर पाया काबू

थाना क्षेत्र स्थित पराग चौराहे के पास शनिवार देर रात ई-स्कूटी में चार्जिंग के दौरान व्यापारी के घर में आग लग गई। लपटों के बीच व्यापारी की पत्नी और बेटा फंस गए। सूचना पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने मां-बेटे को सही सलामत बाहर निकाल लिया। उसके बाद दो दमकल की मदद से करीब एक घंटे में पूरी तरह से आग पर काबू पा लिया।
एफएसओ सरोजनीनगर सुमित प्रताप सिंह ने बताया कि पराग चौराहे के पास अमित सक्सेना का दो मंजिला मकान है। अमित सक्सेना मछली के जाल का व्यापार करते हैं। शनिवार रात अमित, पत्नी ऋचा श्रीवास्तव और 13 वर्षीय बेटे अभिनव सक्सेना के साथ पहली मंजिल पर सो रहे थे।
देर रात दो बजे सांस लेने में परेशानी होने पर अमित की नींद खुली तो कमरे में धुआं भरा हुआ था। वह कमरे से बाहर निकल कर नीचे आ गए तो देखा कि पोर्च में चार्जिंग में लगी स्कूटी जल रही थी। उन्होंने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन लपटें बढ़ गई। देखते ही देखते दरवाजे तक पहुंच गई। पत्नी ऋचा और बेटा अभिनव भागकर दूसरी मंजिल पर पहुंचे और फंस गए।
अमित ने शोर मचाया तो आसपास के लोग भी जुट गए। सूचना पर एफएसओ सरोजनीनगर सुमित सिंह एक दमकल के साथ मौके पर पहुंच गए। आग की विकरालता देख उन्होंने आलमबाग फायर स्टेशन से भी एक दमकल बुला ली। दमकल कर्मियों ने पानी डालकर कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया। एफएसओ ने बताया कि चार्जिंग पर लगी स्कूटी में हुए शॉर्ट सर्किट से आग लगी है।
दमकल ने दो टीमें बनाईं, सीढ़ी लगाकर घुसे
एफएसओ ने बताया कि आग की लपटों को कम करने के साथ ही अंदर फंसे मां-बेटे को बचाने के लिए दो टीमें बनाई गई। एफएसओ आलमबाग धर्मपाल टीम संग आग बुझाने में जुटे, जबकि मां-बेटे को बचाने के लिए सरोजनीनगर एफएसओ की टीम ने बाहर से सीढ़ी लगायी। दमकल कर्मी मनीष सिंह और सुधीर यादव सीढ़ी से दूसरे तल पर पहुंच गए। उसके बाद आग पर काबू पाने के बाद एक-एक कर दोनों को नीचे उतारा लाए।