UP International Trade Show: GI बताएगा कृषि उत्पादों की विशेषता, अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदेश के किसान लाइव प्रदर्शित करेंगे 20 उत्पाद

लखनऊ। 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट में ”उप्र इंटरनेशनल ट्रेड शो” (यूपी आईटीएस) का तीसरा संस्करण कृषि एवं प्रसंस्कृत उत्पादों के निर्यात को गति देगा। पांच दिवसीय ट्रेड शो में प्रदेश के जीआई टैग से पंजीकृत 20 कृषि एवं प्रसंस्कृत उत्पाद लाइव प्रदर्शित करके ब्रांडिंग की जाएगी। ट्रेड शो में कृषि विदेश एवं व्यापार निदेशालय जीआई से पंजीकृत विभिन्न जिलों के प्रमुख उत्पादों को आयातकों के बीच रखेगा।
छह स्टॉल लगाकर बासमती चावल, अमरूद, कालानमक चावल, आंवला, पान आदि जीआई उत्पादों का लाइव यानी बार कोड स्कैन करके उत्पादाें की पहचान, गुणवत्ता, विशेषता आदि की जानकारी दी जाएगी। ये सब डिस्पले पर प्रदर्शित होगा। इस सीजन में उपलब्ध न होने वाले आम समेत अन्य उत्पादों की वीडियो व फोटो के माध्यम से रूबरू कराया जाएगा।
विभाग का मानना है अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रदेश के किसान, एफपीओ व निर्यात सीधे आयातकों से सीधे जुड़ेंगे और जीआई आधारित उत्पादकों को मंगाकर अपने देशों में बिक्री करेंगे। इससे प्रदेश का निर्यात बढ़ेगा और जीआई आधारित प्रमुख उत्पादों की पहचान होने से इनके नाम से अन्य नहीं बेच पाएंगे। इसी तरह मंडी परिषद नौ स्टॉल लगाकर कल्याणकारी योजनाएं जैसे कृषक दुर्घटना, खेत-खलिहान, कृषक उपहार, अग्निकांड आदि योजनाओं को प्रदर्शित करके लाभ गिनाएगा।
मलिहाबादी दशहरी व इलाहाबादी सुर्खा अमरूद भी शामिल
ट्रेड शो में जीआई पंजीकृत इलाहाबादी सुर्खा अमरूद, मलिहाबादी दशहरी आम, 30 जिलों का बासमती चावल, कालानमक चावल, रतौल आम, महोबा देसावरी पान, प्रतापगढ़ आंवाला, हाथरस हींग, आदमचीनी चावल, बनारस लंगड़ा आम, रामनगर भाटा, मुज्जफनगर गुड़, बनारस पान (पत्ता), बुंदेलखंड कठिया गेहूं, बनारस लाल भरवा मिर्च, वाराणसी का चिरईगांव करोंदा, बनारस लाल पेड़ा, बनारस तिरंगी बर्फी, जौनपुर इमरती, बनारस ठंडई।