‘बड़े सपने देखें और जिज्ञासु बनें’, अपने स्कूल CMS अलीगंज पहुंच कर बोले शुभांशु, पत्नी कामना मिश्रा भी रही मौजूद

लखनऊ। अंतराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से लौटे पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने मंगलवार को सिटी मांटेसरी स्कूल (सीएमएस) की कक्षाओं से लेकर अंतरिक्ष की विशालता तक की अपनी अविश्वसनीय यात्रा को बच्चों के साथ साझा किया। उन्होंने छात्रों को बड़े सपने देखने एवं जिज्ञासु बने रहने का संदेश दिया।
उन्होंने कहा “ सीएमएस ने मुझे अनुशासन, धैर्य और कल्पनाशक्ति जैसे मूल्य दिए, जिन्होंने हर चुनौती में मेरा मार्गदर्शन किया।अपने विद्यालय लौटकर मैं बेहद प्रसन्न हूं। यही वे कक्षायें हैं, जहां मैंने शिक्षा पाई थी। शिक्षकों को नृत्य व आनंद मनाते देखना उनके लिए अत्यंत सुखद अनुभव रहा।”
शुभांशु शुक्ला ने किया शक्स कोर्टयार्ड का लोकार्पण
मंगलवार को सिटी मांटेसरी स्कूल की अलीगंज शाखा-1 पहुचे शुभांशु ने स्कूल में शक्स कोर्टयार्ड का लोकार्पण किया। इस दौरान उनकी पत्नी कामना मिश्रा भी उनके साथ थी। शुभांशु ने इसी शाखा से अपनी पढ़ाई की है। शुभांशु ने यहीं पर भविष्य के सपनों को संजोया था और शिक्षकों के मार्गदर्शन में उन सपनों को कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प से साकार किया।
‘शक्स कोर्टयार्ड’ अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है, जिसमें मेकरस्पेस, रोबोटिक्स लैब, स्टूडियोपॉड और एम्फीथियेटर शामिल हैं। यह जीवंत केन्द्र विद्यार्थियों में रचनात्मकता और नवाचार को प्रोत्साहित करने तथा प्रायोगिक अधिगम को बढ़ावा देने के लिये डिज़ाइन किया गया है। इस अवसर पर शुभांशु ने सीएमएस छात्रों द्वारा निर्मित सामाजिक उपयोगिता के मॉडलों की प्रदर्शनी भी देखी।
उन्होंने छात्रों से बातचीत की, उनके रचनात्मक मॉडलों एवं अभिनव डिज़ाइनों की सराहना की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अगली बार जब वे आएँगे, तब तक इनमें से कई उपयोगी विचार वास्तविक रूप ले चुके होंगे और समाज को लाभ पहुँचा रहे होंगे।
समारोह में बोलते हुए डॉ. भारती गाँधी ने कहा कि हमें अपने ऐसे पूर्व छात्रों पर गर्व है, जिन्होंने शिक्षा से ऊचाइयां छूईं और राष्ट्र का गौरव बढ़ाया। शुभांशु की यात्रा इस बात का प्रेरक उदाहरण है कि सशक्त मूल्य और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा जीवन को किस प्रकार बदल सकती है। प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने कहा कि आज पूरा सीएमएस परिवार गौरवान्वित है। ‘शक्स कोर्टयार्ड’ का लोकार्पण विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय सुविधाएँ उपलब्ध कराएगा, जिससे वे भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल अर्जित कर नवाचार को विकसित कर सकेंगे।