अखिलेश ने किया हनुमानजी और ज्योतिष विद्या का अपमान, सपा मुखिया की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद उप मुख्यमंत्री ने किया पलटवार

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हनुमानजी और ज्योतिष विद्या का अपमान करने का आरोप लगाया। कहा कि जिस पार्टी की सरकार में रामभक्तों पर गोलियां चलवाई गईं, वही आज खुले मंच से हनुमान जी का मजाक बना रहे हैं। अखिलेश यादव कहते हैं कि हमारे सारे भगवान अंतरिक्ष में रहते हैं, यह बयान साफ़ दिखाता है कि उन्हें हिन्दू देवी-देवताओं की श्रद्धा और आस्था से चिढ़ है। अखिलेश यादव को अपने बयान पर पूरे हिन्दू समाज से माफी मांगनी चाहिए।
अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सोमवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने पलटवार करते हुए कहा कि अखिलेश ने एक बार फिर हिन्दू आस्था और हमारी सनातन परंपरा का अपमान किया है। भारत की प्राचीन ज्योतिष विद्या, वेदों और ऋषियों के ज्ञान का भी उपहास उड़ाया। आज पूरा विश्व भारतीय ज्योतिषीय गणनाओं और वैदिक खगोलशास्त्र की तारीफ़ करता है, नासा तक हमारी परंपराओं को वैज्ञानिक मानता है। लेकिन अखिलेश यादव इसे अंधविश्वास बताकर भारत की महान परंपरा का अपमान कर रहे हैं।
ब्रजेश पाठक ने कहा कि हम सब जानते हैं कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा राम मंदिर निर्माण का विरोध किया, अदालत में भी बाधाएं डलवाने का काम किया और जब रामलला विराजमान का भव्य मंदिर बन रहा था तब भी इनकी पार्टी के नेता अपमानजनक टिप्पणी करते रहे। अब जब पूरा देश राममंदिर और हनुमान जी की भक्ति में लीन है, अखिलेश यादव उन्हें हास्यास्पद उदाहरण बनाकर प्रस्तुत कर रहे हैं। बार-बार हिन्दू आस्था का मजाक उड़ाना समाजवादी पार्टी की यही पहचान है। यह मानसिकता ही बताती है कि अखिलेश यादव और उनकी पार्टी न केवल भगवान के प्रति असम्मान दिखाते हैं बल्कि भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा के भी विरोधी हैं।
शिक्षक भर्ती पर अखिलेश यादव के आरोपों का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे बड़ा नकल माफिया और शिक्षा माफिया अखिलेश यादव की ही सरकार में पनपा था। भाजपा सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया है, लेकिन अपराधियों के संरक्षक अखिलेश यादव को यह रास नहीं आ रहा।