विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने 24 घंटे लगातार चलने वाली विधानसभा चर्चा में प्रस्तुत किया ‘विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश विज़न 2047’

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान बुधवार को इतिहास में पहली बार लगातार 24 घंटे से अधिक समय तक सदन का संचालन हुआ। इस ऐतिहासिक बैठक में ‘विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश विज़न 2047’ पर व्यापक चर्चा की गई। इसी अवसर पर सरोजनी नगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने सदन के पटल पर अपने क्षेत्र को आदर्श और रोल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करते हुए विकास की झलक साझा की।डॉ. सिंह ने देर रात लगभग सवा तीन बजे अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत विश्व की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन चुका है।
उन्होंने बताया कि भारत का निर्यात पहले 38 लाख करोड़ रुपये था, जो अब 74 लाख करोड़ रुपये हो गया है। 50 लाख करोड़ रुपये से अधिक का विदेशी मुद्रा भंडार, 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और विश्व के 10 अग्रणी देशों में स्वर्ण भंडार की स्थिति भारत की आर्थिक मजबूती का प्रमाण है।डॉ. सिंह ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के विकास पर भी प्रकाश डाला और बताया कि 11.5% जीएसडीपी के साथ राज्य देश की सबसे तेज़ी से उभरती अर्थव्यवस्था है।
प्रदेश रेवेन्यू सरप्लस स्थिति में है और कैपिटल एक्सपेंडिचर 2.25 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच चुका है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में 33.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश धरातल पर उतर चुका है।सरोजनी नगर को उदाहरण के तौर पर प्रस्तुत करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि यहां 7,000 करोड़ रुपये की लागत से देश की सबसे बड़ी आवासीय परियोजना विकसित हो रही है, जिसमें 1.5 लाख लोगों के लिए आवास और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 5,000 आवास शामिल हैं।
नादरगंज में 10,000 करोड़ रुपये की लागत से आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सिटी स्थापित की जा रही है, 1,500 एकड़ में ऐरोसिटी का निर्माण हो रहा है, और 1,500 करोड़ रुपये से अशोक लीलैंड का ईवी प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा, डिफेंस कॉरिडोर में ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण भी हो रहा है।उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्षों में सरोजनी नगर में 41 विभागों से 32,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 4,118 परियोजनाओं को स्वीकृति मिली है। इसके साथ ही लखनऊ में तीन एक्सप्रेसवे, विश्वस्तरीय एयरपोर्ट और मेट्रो नेटवर्क का विस्तार राज्य की प्रगति का प्रतीक है।
अपने अनुभव को साझा करते हुए डॉ. सिंह ने कहा, “जब विधानमंडल की रोशनी रातभर जलती है, तब प्रदेश के भविष्य का सूरज और तेज़ चमकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह रातभर का मंथन, विकास के अमृत कलश को भरने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। हमने नींद नहीं, बल्कि सपनों को जगाए रखा—और वह सपना है, उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना।”इस तरह, सरोजनी नगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने न केवल अपने विधानसभा क्षेत्र के विकास की प्रस्तुति दी, बल्कि उत्तर प्रदेश में निवेश, बुनियादी ढांचा और आर्थिक प्रगति के विज़न को भी पूरे सदन के सामने प्रभावशाली ढंग से रखा।