Kanpur: स्वस्थ होने पर आंसू देकर चली गई पलक, बच्ची को जन्म देकर अस्पताल में छोड़ गई थी मां, सभी हुए भावुक

कानपुर,। मां मैं अब ठीक हूं, मुझे हैलट के बाल रोग अस्पताल के डॉक्टरों और सिस्टर अंटियों ने मां जैसा प्यार और दुलार दिया। बस मुझे अपनी मां की कमी खली। क्या मैं इतनी खराब थी मां, जो आप मुझे जन्म देने के बाद अस्पताल में छोड़ गईं। चार माह की बच्ची बोल पाती तो उसके यह जज्बात जरूर निकलते। बच्ची को जन्म के बाद उसकी मां जच्चा-बच्चा अस्पताल में छोड़कर चली गई थी। डॉक्टरों और स्टाफ ने जीजान से जुटकर उसकी जान बचाई। बुधवार को उसे स्वरूप नगर स्थित राजकीय बाल गृह शिशु (बालिका) के लिए विदा किया गया। इस दौरान डॉक्टरों और स्टाफ की आंखों में आंसू छलक आए।
मेडिकल कॉलेज के जच्चा-बच्चा अस्पताल में 22 अक्टूबर 2024 को महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। जन्म के बाद बच्ची की तबीयत ठीक नहीं होने पर उसे बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एके आर्या की यूनिट में एसएनसीयू में भर्ती किया गया था। एसएनसीयू में बच्ची के भर्ती होने के बाद उसकी मां उसे वहीं पर छोड़कर चली गई। डॉक्टरों ने भर्ती फाइल में दर्शाए गए नाम, नंबर और कानपुर देहात के पते पर जाकर जानकारी की तो वह फर्जी निकला।
इसके बाद डॉक्टरों और स्टाफ ने बच्ची की देखभाल अपनी बच्ची की तरह की। बच्ची का नामकरण भी अस्पताल में किया गया और बच्ची का नाम पलक रखा गया। एसएनसीयू से निकलने के बाद बच्ची को वार्ड में भर्ती किया गया। बुधवार को बाल रोग अस्पताल के सीएमएस डॉ.विनय कुमार, बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ.एके आर्य, अस्पताल की सहायक नर्सिंग अधीक्षक राजकुमारी खरवार, सिस्टर इंचार्ज, एसएनसीयू उषा व आदि स्टाफ ने बच्ची को स्वरूप नगर स्थित राजकीय बाल गृह शिशु (बालिका) भरण पोषण के लिए विदा किया। बच्ची के अस्पताल से विदा होने पर स्टाफ की आंखों में आंसू आ गए।