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पीजीआई में मुख्यमंत्री ने किया सलोनी हार्ट सेंटर का उद्घाटन

पीजीआई में होगा सबसे बड़ा बाल चिकित्सा हृदय केंद्र

  • प्रो आरके धीमन और सलोनी हार्ट फाउंडेशन की निदेशक मृणालिनी सेठ के बीच समझौता

लखनऊ। संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान मे नवनिर्मित एडवांस डायबिटिक सेंटर, कॉलेज ऑफ मेडिकल टेक्नोलॉजी के छात्रों के लिए हॉस्टल,टेली आईसीयू और सलोनी हार्ट सेंटर (प्रथम चरण) का उद्घाटन मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा किया गया। मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश मनोज कुमार सिंह ने कहा कि एसजीपीजीआई नैदानिक सुविधाओं और सहायक सेवाओं का सबसे अच्छा उदाहरण है जिसका अन्य अस्पताल भी अनुसरण कर सकते हैं।

एसजीपीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आरके धीमन द्वारा उद्घाटित सुविधाओं की एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। उन्होंने रिकॉर्ड समय के भीतर लक्ष्य पूरा करने में पूर्ण सहयोग देने के लिए यूपी सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। मृणालिनी सेठ,संस्थापक और अध्यक्ष,सलोनी हार्ट फाउंडेशन,यूएसए ने प्रतिष्ठित सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वह एक सपने को हकीकत में तब्दील होते देखकर खुश हैं।

एसजीपीजीआई के निदेशक प्रो आरके धीमन और सलोनी हार्ट फाउंडेशन की निदेशक मृणालिनी सेठ के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए और उसका आदान-प्रदान किया गया। मयंकेश्वर शरण सिंह, राज्य मंत्री, चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि सलोनी हार्ट सेंटर लखनऊ को विश्व मानचित्र पर लाएगा क्योंकि यह दुनिया भर में सबसे बड़ा बाल चिकित्सा हृदय केंद्र बनने जा रहा है।

उत्तर प्रदेश सरकार के डिप्टी सीएम एवं कैबिनेट मंत्री,चिकित्सा शिक्षा,चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण,ब्रजेश पाठक ने कहा कि एसजीपीजीआई विश्व स्तरीय तृतीयक देखभाल केंद्र है। उन्होंने सेठ दंपत्ति के जज्बे की सराहना की, जिन्होंने जन्मजात हृदय रोग के कारण अपनी बेटी को खोने के बाद भी हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के इलाज की सुविधा के लिए इस परियोजना के बारे में सोचा।

मुख्यमंत्री कहा एसजीपीजीआई को दीपावली से ठीक पहले एडवांस डायबिटिक सेंटर, सलोनी हार्ट सेंटर (प्रथम चरण), टेली आईसीयू और सीएमटी हॉस्टल की सौगात मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यूपी में इस समय 64 जिलों में मेडिकल कॉलेज हैं। उनकी सरकार लोगों को उनके मूल स्थान पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश के हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पूर्वी यूपी में इंसेफेलाइटिस उन्मूलन की सफलता पर भी चर्चा की। उन्होंने टेली आईसीयू की अवधारणा की भी सराहना की, जो कोविड महामारी के दौरान अस्तित्व में आई। अब इन छ: मेडिकल कॉलेजों में भर्ती होने वाले अति बीमार मरीजों के इलाज में आसानी होगी।

मुख्यमंत्री ने सलोनी हार्ट सेंटर को अस्तित्व मे लाने के लिये निदेशक, सलोनी हार्ट फाउंडेशन और निदेशक एसजीपीजीआई को धन्यवाद दिया, जिसकी शुरुआत ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान की गई थी। यह उनके आपसी और शीघ्र वार्तालाप का ही परिणाम है कि हम सलोनी हार्ट सेंटर के पहले चरण के उद्घाटन के साथ यहां हैं। उन्होंने सभी नैदानिक सहायता प्रदान करने के लिए कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के बाल चिकित्सा कार्डियो थोरेसिक सर्जरी यूनिट के प्रमुख डॉ. वी मोहन रेड्डी को धन्यवाद दिया। एसजीपीजीआई में रोजाना औसतन 15000 तीमारदार आते हैं। इससे एसजीपीजीआई आने वाले मरीजों के 1000 तीमारदारों के लिए रेनबसेरा का विचार आया।

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