उत्तर प्रदेशलखनऊ

विभागों से समन्वय बनाकर एड्स नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाएं : डॉ. हीरा लाल

  • जोनल स्तर पर संचालित दिशा इकाइयों की देखरेख में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम को मजबूत बनाने पर चर्चा
  • प्रदेश को अब 13 क्लस्टर में बांटकर कार्यक्रम में लायी जाएगी तेजी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्टेट एड्स नियन्त्रण सोसायटी के तत्वावधान में शुक्रवार को डिस्ट्रिक्ट इंटिग्रेटेड स्ट्रेटजी फॉर एचआईवी/एड्स (यूनिट/क्लस्टर) (दिशा) की वर्चुअल बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए सोसायटी के अपर परियोजना निदेशक डॉ. हीरा लाल ने कहा कि सभी दिशा इकाइयां स्वयंसेवी संस्थाओं और विभागों से समन्वय बनाकर एड्स नियन्त्रण कार्यक्रम को सफल बनायें।

राज्य में पहले पांच जनपदीय एड्स बचाव एवं रोकथाम समितियों (DAPCU) के माध्यम से जिलों में संचालित हो रहे एड्स नियन्त्रण कार्यक्रमों पर नजर रखी जा रही थी। अब इनका विस्तार करते हुए 13 क्लस्टर बनाये गए हैं, जिनमें से 11 सक्रिय हैं और दो प्रक्रिया में हैं। इस तरह एक क्लस्टर के तहत औसतन 4-5 जिले आयेंगे, ताकि और प्रभावी तरीके से कार्यक्रम को गति दी जा सके।

बैठक में संयुक्त निदेशक व प्रभारी दिशा डॉ. ए.के. सिंघल ने क्लस्टर की गतिविधियों और उपलब्धियों पर चर्चा की। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में आ रहीं चुनौतियों पर भी चर्चा की और कहा कि जिला क्षय रोग अधिकारी और जिला प्रशासन से तालमेल स्थापित करते हुए एचआईवी ग्रसित को हर जरूरी सुविधाएँ मुहैया कराने में मदद करें और यह भी ख्याल रखें कि किसी भी एचआईवी ग्रसित के साथ न कोई भेदभाव होने पाए और न ही उन्हें घर से निष्कासित किया जाए। एचआईवी ग्रसित गर्भवती को उनके कल्याण के लिए कार्य कर रहीं संस्थाओं से जोड़ा जाए ताकि गर्भस्थ को एचआईवी से सुरक्षा प्रदान की जा सके।

इस मौके पर संयुक्त निदेशक-आईईसी रमेश श्रीवास्तव ने कहा कि जिले में जिन स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों में 20 से अधिक कर्मचारी हैं, वहां पर कम्प्लेंट आफिसर चिन्हित किये जाएँ और उनको प्रशिक्षण दिया जाए। महाविद्यालयों में रेड रिबन क्लब बनाकर उन्हें प्रशिक्षित किया जाए। कम्युनिटी में जागरूकता कार्यक्रमों पर भी जोर दिया जाए ताकि लोगों में एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता आ सके। इसके अलावा एचआईवी ग्रसित के पार्टनर की स्क्रीनिंग और टेस्टिंग सुनिश्चित की जाए।

राज्य रक्त संचरण परिषद, उत्तर प्रदेश की सदस्य सचिव डॉ. गीता अग्रवाल ने दिशा के क्लस्टर प्रोग्राम मैनेजर को एड्स नियन्त्रण कार्यक्रम की गतिविधियों में तेजी लाने के बारे में जरूरी टिप्स दिए। दिशा सदस्य सुनील कुमार मिश्रा ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक में प्रयागराज, इटावा, बांदा, देवरिया, मऊ, आगरा, अयोध्या, बस्ती, झाँसी, मेरठ, वाराणसी, सीतापुर और मुरादाबाद दिशा यूनिटों के प्रतिनिधियों ने अपनी गतिविधियों और उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर क्लस्टर के बजट आवंटन पर भी चर्चा हुई।

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