उत्तर प्रदेशलखनऊ

सौ करोड़ की अतिरिक्त वसूली को वापस दिलाने के लिए चेयरमैन से मिला विद्युत उपभोक्ता परिषद

  • -देवराज ने किया आश्वस्त, अधिक धनराशि वसूलने वालों के खिलाफ होगी कठोर कार्रवाई

लखनऊ। कॉस्ट डाटा बुक के विपरीत जाकर पूरे प्रदेश में उपभोक्ताओं से विगत वर्षों में अतिरिक्त वसूली की गई है। लगभग 100 करोड से ज्यादा की धनराशि उसे उपभोक्ताओं को वापस दिलाने के लिए उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज से की मुलाकात और दोषी अभियंताओं को तत्काल निलंबन करने की मांग उठाई।

उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने कहा कि जब अनेकों जनपदों में विद्युत अभियंताओं व अधिकारियों को कास्ट डाटा बुक व विद्युत वितरण संहिता का ज्ञान नहीं तो वह किस प्रकार उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान कर रहे। पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज का उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि कॉस्ट डाटा बुक के विपरीत अधिक बनाए गए स्टीमेट को कराया जाएगा। संशोधित और अधिक वसूल की धनराशि को जांच के बाद कराया जाएगा। समायोजन दोषियों पर कठोर कार्यवाही होगी।

प्रदेश की बिजली कंपनियों में उपभोक्ताओं को नया कनेक्शन लेने के लिए विद्युत नियामक आयोग द्वारा बनाए गए कानून कास्ट डाटा बुक का उल्लंघन करते हुए बिजली कंपनियों में कार्यरत अभियंता अधिकारियों ने अनेकों जनपदों में विद्युत उपभोक्ताओं के लिए प्राविधानित ट्रांसफार्मर कंडक्टर पोल इत्यादि मद में 27 प्रतिशत से लेकर 35 प्रतिशत तक स्टीमेट अधिक बनाकर पूरे प्रदेश में लगभग 100 करोड से ज्यादा की अधिक वसूली की है।

इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष व राज्य सलाहकार समिति के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज से शक्ति भवन में मुलाकात कर प्रदेश के उपभोक्ताओं की पीडा को बताते हुए कुछ साक्ष्य भी पेश किए, जिसमें बिजली कंपनियों द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं से तय दर से कहीं अधिक वसूली की गई। उपभोक्ता परिषद ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बिजली कंपनियों के अभियंताओं को यदि कास्ट डाटा बुक और विद्युत वितरण संहिता का ज्ञान नहीं है, तो वह किस प्रकार विद्युत उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान कर रहे हैं ?

पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम देवराज ने उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि जिन भी विद्युत उपभोक्ताओं से कास्ट डाटा बुक के विपरीत जाकर एस्टीमेट बना कर अधिक वसूली हुई है। उनसे अतिरिक्त वसूल की गई धनराशि को जांच करा कर समायोजन दिलाया जाएगा और जिन विद्युत उपभोक्ताओं ने अभी तक स्टीमेट का पैसा नहीं जमा किया है। उनके स्टीमेट को आयोग द्वारा बनाए गए कॉस्ट डाटा बुक के अनुसार संशोधन कराया जायेगा। उन्होंने उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि जो भी अभियंता उपभोक्ताओं का उत्पीडन करने में सम्मिलित पाया जाएगा, उसके खिलाफ प्रबंधन द्वारा कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।

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