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रामायण सर्किट निर्माण में खराब क्वालिटी, यूपी पर्यटन और संस्कृति मंत्री ने एजेंसियों को लगाई फटकार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत अयोध्या में रामायण सर्किट के तहत किए गए कार्यों की क्लोजर रिपोर्ट 20 जून तक प्रस्तुत की जानी चाहिए अन्यथा निर्माण एजेंसी, राजकीय निर्माण निगम को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा। सिंह ने बुधवार को विभिन्न जिलों में पर्यटन विभाग द्वारा शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। निर्माण एजेंसियों को विभाग द्वारा निर्धारित मानक एवं मानदण्डों के अनुसार समय-सारणी के अनुसार कार्य पूर्ण करना चाहिए। निर्माण एजेंसियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और निरीक्षण के दौरान घटिया काम का पता चलने पर ठेकेदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा कि विभाग दोषी एजेंसियों पर जुर्माना लगाएगा।

अयोध्या, कपिलवस्तु, श्रावस्ती और कुशीनगर में किए गए घटिया निर्माण कार्यों पर नाराजगी जताते हुए सिंह ने कहा कि निर्माण एजेंसियों को अपने कामकाज में सुधार लाना चाहिए अन्यथा सख्त कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अयोध्या, कपिलवस्तु, कुशीनगर, श्रावस्ती विश्व प्रसिद्ध धार्मिक और पर्यटन स्थल हैं। बड़े राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थलों पर आते हैं। उन्होंने कहा कि खराब निर्माण कार्यों से राज्य और देश की छवि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। सिंह ने अधिकारियों को सभी निर्माण कार्यों की तृतीय पक्ष गुणवत्ता जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि खराब गुणवत्ता वाले निर्माण कार्य करने वाली एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

सिंह ने कहा, गोरखनाथ मंदिर और वाराणसी में किए गए कार्यों की क्लोजर रिपोर्ट 25 जून तक देनी है, अन्यथा एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वदेश दर्शन योजना, प्रसाद योजना और पर्यटन मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए आध्यात्मिक सर्किट के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा की। पर्यटन मंत्री ने सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) योजना के तहत शुरू की गई विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने विभिन्न परियोजनाओं के लिए पर्यटन निगम को निर्माण एजेंसी के रूप में नामित किया। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2022-23 में निधि के उपयोग के लिए कार्य योजना और यूपी पर्यटन की ब्रांडिंग-मार्केटिंग की आगामी योजना की समीक्षा की।

पर्यटन विभाग की अपनी संपत्तियों को किराए के ठेके पर देने की योजना पर भी चर्चा हुई। महानिदेशक एवं प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों को गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में ढिलाई पाये जाने पर निर्माण एजेंसियों के साथ ही क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

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