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नेशनल हेराल्ड की आड़ में हमारी आवाज दबाना चाहते हैं मोदी: कांग्रेस

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा है कि वह नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पार्टी नेता राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से नोटिस भिजवा कर डराने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को समझ लेना चाहिए कि कांग्रेस इस तरह के हथकंडों से डरने वाली नहीं है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला तथा वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नेशनल हेराल्ड की आवाज को दबाने का काम आजादी से पहले अंग्रेजों ने किया था और आज फिर उस अंग्रेजी हुकूमत का समर्थन करने वाली विचारधारा ‘आज़ादी के आंदोलन की आवाज़’ दबाने का षडयंत्र कर रही है। इस षडयंत्र के मुखिया स्वयं श्री मोदी हैं और इसके लिए वह ईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा “भाजपा जिस विचारधारा से आती है उस मानसिकता ने अंग्रेजों का साथ दिया था और आज भी ‘गुलामी की प्रतीक’ वह मानसिकता ‘आज़ादी की कुर्बानियों’ से प्रतिशोध ले रही है। इस बार उन्होंने एक ‘कायराना तथा डरपोक साजिश’ रची है। नेशनल हेराल्ड मामले में अब श्री मोदी ने श्रीमती गांधी और श्री राहुल गांधी को ईडी से नोटिस जारी करवाया है।”कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत की जड़ उखाड़ने के लिए कांग्रेस ने 1937 में ‘नेशनल हेराल्ड’ समाचार पत्र शुरु किया था जिसके प्रणेता महात्मा गांधी, पंडित नेहरु, सरकार पटेल, पुरुषोत्तम दास टंडन, आचार्य नरेंद्र देव, रफ़ी अहमद किदवई जैसे कई बड़े नेता थे। अंग्रेजों को इस अखबार से खतरा था इसलिए उन्होंने ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान नेशनल हेराल्ड पर प्रतिबंध लगा दिया और यह प्रतिबंध 1945 तक जारी रहा।

कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कहा कि भाजपा देश को गुमराह करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ़ घिनौना और कायरतापूर्ण षडयंत्र रच रही है, लेकिन उसे समझ लेना चाहिए कि जिस आवाज काे अंग्रेज नहीं दबा सके उसको इस तरह के षडयंत्र से कुचल नहीं सकते हैं।उन्होंने कहा कि भाजपा को यह भी समझ लेना चाहिए कि जो षड्यंत्र वह कर रही है उसका कोई आधार नहीं है क्योंकि कांग्रेस ने 1937 में स्थापित नेशनल हेराल्ड अखबार चलाने वाली कंपनी, एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को लगभग 10 साल के लिए लगभग 100 किश्तों में 90 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया है। इसमें से 67 करोड़ की राशि का इस्तेमाल नेशनल हेराल्ड ने अपने कर्मचारियों के देय के भुगतान के लिए किया और बाकी पैसा बिजली भुगतान, किराया, भवन आदि पर खर्च किया गया।

प्रवक्ताओं ने कहा कि नेशनल हेराल्ड अखबार के पास आय का साधन नहीं था इसलिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के शेयर ‘यंग इंडिया’ को दे दिए गए। यह लाभ अर्जित करने वाली कंपनी नहीं है। यही वजह है कि यंग इंडिया प्रबंधन समिति के सदस्य श्रीमती गांधी और श्री राहुल गांधी, मोती लाल वोहरा आदि ने कंपनी से किसी प्रकार का मुनाफ़ा, लाभांश, तनख़्वाह या कोई वित्तीय फ़ायदा नहीं लिया।उन्होंने कहा “किसी राजनैतिक दल द्वारा दिया जाने वाला कर्ज न तो अपराध है और न ही गैरकानूनी है। इस बात की पुष्टि चुनाव आयोग ने भी छह नवंबर 2012 को कर दी थी। कांग्रेस का नेतृत्व निर्भीक, निडर तथा अडिग है। हम ऐसे हथकंडों से डरने और झुकने वाले नहीं हैं बल्कि सीना ठोंक कर विरोधियों के खिलाफ लड़ेंगे। पार्टी नेतृत्व के साथ पूरी पार्टी और हर कार्यकर्ता कंधे से कंधा मिलाकर खडा है।

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