बड़ी खबरविदेश

Russia-Ukraine War: पुतिन की यूक्रेन को चेतावनी, कहा- हथियार डालने और क्रेमलिन की सभी मांगों को पूरा करने पर ही रुकेगी जंग

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को चेतावनी देते हुए यूक्रेन को बताया कि रूस का ‘सैन्य अभियान’ तभी रुकेगा, जब कीव हथियार डाल देगा और क्रेमलिन की सभी मांगों को पूरा करेगा. पुतिन की ये धमकी तुर्की के प्रधानमंत्री तैयप एर्दोगन के साथ एक टेलीफोन बातचीत के दौरान आई है. पुतिन ने साफ किया है कि वो अपनी शर्तें मानें यूक्रेन से अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं हैं.यूक्रेन सेना की ओर से जारी आंकड़ों में दावा किया गया है कि अब तक की जंग में रूस के 11 हजार से अधिक सैनिकों को मारा जा चुका है.

पश्चिमी देशों के साथ कीव की निकटता और नाटो में शामिल होने के कदम पर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया. एक दिन बाद ही रूस ने कहा कि अगर यूक्रेन हथियार डाल देता है तो वो बात करने के लिए तैयार है. मास्को ने जोर देकर कहा है कि उसके हमले तब तक समाप्त नहीं होंगे, जब तक कि यूक्रेन की सैन्य क्षमताओं को नष्ट नहीं कर दिया जाता और देश को ‘नाजियों’ से मुक्त नहीं कर दिया जाता.

रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आज 11वां दिन

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज 11वां दिन हैं. इस युद्ध में न तो पुतिन पीछे हट रहे हैं और न ही यूक्रेन के राष्ट्रपति हार मानने को तैयार हैं. ऐसे यह संघर्ष कब तक चलेगा, इसकी कोई जानकारी नहीं है. दोनों देशों के बीच छिड़ी जंग की वजह से लाखों की संख्या में लोगों को पड़ोसी देशों में शरण लेने पर मजबूर होना पड़ा है. युद्ध की वजह से अभी तक 15 लाख लोगों ने देश छोड़ दिया है.

रूसी हमले के बाद से यूक्रेन में 351 आम नागरिकों की मौत हो गई है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शनिवार को इसकी पुष्टि की है. जिनेवा स्थित कार्यालय ने कहा कि 24 फरवरी की युद्ध की शुरुआत से अब तक 707 आम नागरिक घायल हुए हैं. यूएनएचसीआर ने बताया कि डोनेट्स्क और लुहान्स्क क्षेत्रों में 86 लोग मारे गए हैं, जबक‍ि 385 घायल हुए हैं. आगे बताया गया है कि कीव के अलावा चर्कासी, चेर्नीहीव, खारकीव, खेरसॉन, ओडेसा, सूमी, जापोरोजे और जाइटॉमिर क्षेत्रों में 265 नागरिक मारे गए है और 322 लोग घायल हुए हैं.

संबंधित समाचार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button