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राज्यसभा में गरजे पीएम मोदी, बोले- अगर कांग्रेस न होती तो 1984 में सिख नरसंहार न होता, कश्मीर से पंडितों का पलायन न होता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का जवाब दे रहे हैं। पीएम मोदी कांग्रेस नेताओं के बीच मचे आपसी घमासान को लेकर चुटकी लेते नजर आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि महंगाई नियंत्रण के ईमानदार प्रयासों के कारण भारत आज दुनिया की एकमात्र अर्थव्यवस्था है, जहां विकास की दर उच्च और महंगाई की दर मध्यम है जबकि विश्व के अन्य देशों की अर्थव्यवस्था के विकास की दर धीमी है और महंगाई ऐतिहासिक स्तर पर है।

राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 100 सालों में आई दुनिया की सबसे बड़ी महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया गया किया है। उन्होंने कहा, ‘‘महंगाई की बात करें तो अमेरिका में 40 साल में सबसे अधिक महंगाई का यह दौर चल रहा है। ब्रिटेन 30 साल में सबसे अधिक महंगाई की मार से आज परेशान है। दुनिया के 19 देशों में जहां यूरो मुद्रा है, वहां महंगाई की दर ऐतिहासिक उच्चतम स्तर पर है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे माहौल में और महामारी के दबाव के बावजूद, भारत में महंगाई को एक स्तर पर रोकने का बहुत प्रयास किया गया है और ईमानदारी से कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से लेकर 2020 तक देश में महंगाई की दर 4 से 5 प्रतिशत के आसपास थी और जब इसकी तुलना संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के दौर से की जाएगी तो पता चलेगा महंगाई होती क्या है?

उन्होंने कहा, ‘‘उस समय (संप्रग शासनकाल के दौरान) महंगाई दो अंको को छू रही थी। आज हम एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था है जो उच्च विकास और मध्यम महंगाई अनुभव कर रहे हैं। बाकी दुनिया की अर्थव्यवस्था को देखें तो वहां की अर्थव्यवस्था में या तो विकास की दर धीमी हुई है या तो महंगाई दशकों के रिकॉर्ड तोड़ रही है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में आशा भी है, विश्वास भी है, संकल्प भी है और समर्पण भी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राज्य सभा में अपने भाषण की शुरूआत करते हुए सदन में नेता विपक्ष एवं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा, दोनों के भाषणों का जिक्र किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने आनंद शर्मा को भाषण देने के लिए कम समय मिलने का जिक्र करते हुए कांग्रेस के इन दोनों नेताओं के बीच के अंतर्विरोध को लेकर कटाक्ष भी किया।

दरअसल, राज्य सभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा अपनी ही पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा राज्य सभा में लंबा भाषण देने पर नाराज हो गए थे। शर्मा के मुताबिक, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राज्य सभा में कांग्रेस को बोलने के लिए 109 मिनट का समय दिया गया था, जिसमें से लगभग 1 घंटा नेता विपक्ष खड़गे ही बोल गए थे। इससे नाराज आनंद शर्मा ने राज्य सभा में भाषण देने से ही इनकार कर दिया था।

कहा तो यहां तक गया कि चूंकि आनंद शर्मा जी-23 गुट के नेता है इसलिए उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है। पार्टी के कई नेताओं द्वारा मनाने के बाद बड़ी मुश्किल से आनंद शर्मा राज्य सभा में भाषण देने के लिए तैयार हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आनंद शर्मा को मिले इसी कम समय का जिक्र करते हुए कांग्रेस में नेताओं के बीच के आपसी अंतर्विरोधों को और ज्यादा उभारने का प्रयास किया।

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